शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गनाइजेशन समिट में भारत और ईरान की बातचीत नहीं हो पाई, खाने में देरी के चलते दोनों के बीच बातचीत नहीं हो सकी। भारत और ईरान की द्विपक्षीय वार्ता नहीं हो सकी दरअसल, प्रतिभोज में देरी हो गई थी, जिसके चलते वार्ता के लिए निर्धारित समय निकल गया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत और किर्गीस्तान के द्विपक्षीय व्यापार मंच के लिए निकल गए। वहीं ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी भी किसी अन्य कार्यक्रम में व्यस्त थे. इससे पहले भारत ने चीन और रूस के साथ बातचीत की। अपनी बिश्केक यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने कई मुद्दे उठाए, साथ ही पीएम मोदी ने सदस्यों से अपील की कि हमें आतंकवाद के मुद्दे पर एकजुट होना होगा और आतंकवाद के मुद्दे पर ही अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस को बुलाना होगा।
मोदी इस बात का जिक्र श्रीलंका और मालदीव के दौरे पर भी किया था। प्रधानमंत्री ने कई नेताओं के सामने कहा, 'मैं बीते हफ्ते श्रीलंका की चर्च में गया था, जहां पर चर्च में आतंकियों ने हमला किया था। हम सभी को आतंक के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। SCO सदस्यों को आतंकवाद का सफाया करने के लिए एक होना चाहिए। वहीं बिश्केक में शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी मौजूद हैं। लेकिन पीएम मोदी और इमरान खान के बीच किसी तरह की कोई मुलाकात अभी तक नहीं हुई है, सूत्रों के मुताबिक डिनर में भी दोनों देशों के प्रधानमंत्री एक ही छत के नीचे थे लेकिन उस दौरान दोनों नेताओं ने एक दूसरे से न तो हाथ मिलाया और न ही नजरें मिलाई।