तेहरान। ईरान ने ओमान की खाड़ी में तेल टैंकरों पर हुए हमले में शामिल होने के अमेरिका के आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर अमेरिका के इन आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया। अमेरिका ने दावा किया है कि ओमान की खाड़ी में तेल के टैंकरों पर हुए हमले के लिए ईरान जिम्मेदार है। ओमान की खाड़ी में होरमुज जलडमरूमध्य के नजदीक दो तेल टैंकरों अल्टेयर और कोकुका करेजियस में विस्फोट किया गया था। ईरान और अरब के खाड़ी देशों के जल क्षेत्र में हुए इस हादसे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इसके लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है। पोम्पियो के मुताबिक अमेरिका ने खुफिया जानकारी के आधार पर ये आरोप लगाए हैं। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा, ‘‘ पोम्पियो और अन्य अमेरिकी अधिकारियों के लिए तेल टैंकरों पर हुए हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराना आसान है।’’ मौसवी ने कहा कि ईरान होरमुज जलडमरूमध्य में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने और लोगों को बचाने को लेकर प्रतिबद्ध है। इसी दौरान अमेरिका ने गुरुवार को कहा कि उसका नौसैनिक पोत यूएसएस मैसन ओमान की खाड़ी के लिए रवाना हो गया है।
इस घटना से अमेरिका और ईरान के बीच रिश्ते बहुत ही तल्ख हो गये हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गत वर्ष मई में ईरान परमाणु समझौते से अपने देश के अलग होने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही इस परमाणु समझौते के प्रावधानों को लागू करने को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। गौरतलब है कि वर्ष 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जतायी थी।