वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ‘कहीं भी’ और ‘किसी भी समय’ दुश्मनों की मिसाइलों को नष्ट करने के उद्देश्य से देश की मिसाइल रक्षा प्रणाली की तैनाती को और सुदृढ़ तथा दीर्घकालिक किया जाएगा। ट्रंप ने गुरुवार को पेंटागन में मिसाइल रक्षा प्रणाली की समीक्षा के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि जमीन और समुद्र में तैनात की गयीं मिसाइल अवरोध रक्षा प्रणाली को और मजबूत तथा लंबे समय तक तैनात रखने के लिए उन्नत तकनीक का सहारा लिया जायेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, इसके तहत रूस और चीन जैसी हाइपरसोनिक और नई क्रूज मिसाइलों की पहचान के लिए पृथ्वी के निचली कक्ष में उपग्रह सेंसर लगाये जाएंगे। दुश्मनों की मिसाइलों को कहीं भी और किसी भी स्थान पर ध्वस्त करने के मद्देनजर इस प्रणाली को और मजबूत करने का निर्णय लिया गया है। कार्यवाहक रक्षा सचिव पैट्रिक शानहान ने समीक्षा बैठक के बाद एक बयान जारी करके कहा कि इसके पहले वर्ष 2010 में बराक ओबामा प्रशासन के दौरान इस तरह की समीक्षा की गयी थी।
मिसाइल रक्षा समीक्षा (एमडीआर) 2019 का जिक्र करते हुए एक अमेरिकी अधिकारी ने बुधवार को कहा था कि ईरान जैसे ‘कपटी’ देशों से खतरे की आशंका के मद्देनजर यूरोप में मिसाइल रक्षा प्रणाली तैनात की गयी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यूरोप में तैनात हमारी मिसाइल रक्षा प्रणाली का मुख्य उद्देश्य ईरान जैसे ‘कुटिल’ एवं ‘कपटी’ देशों के खतरे से निपटना है।’’ अमेरिका रक्षा प्रणाली की तैनाती को लेकर रूस और चीन सहित सभी देशों के प्रति पारदर्शी रहा है, इस बार एमडीआर में नयी रणनीति को शामिल किया जायेगा जिससे देश की मिसाइल रक्षा प्रणाली क्षमताओं को और अधिक मजबूत किया जा सके।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, उप राष्ट्रपति माइक पेंस, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन, कार्यवाहक रक्षा सचिव पैट्रिक शानहान और सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने गुरुवार को पेंटागन (रक्षा मंत्रालय) में मिसाइल रक्षा प्रणाली 2019 की समीक्षा की और इस दौरान महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।