वाशिगंटन। अमेरिका में जब से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बने है। जिनसे दूसरे देशों को नुकसान होता रहा है। नए घटनाक्रम में भारत, मेक्सिको, फिलीपींस जैसे देशों में स्थित अमेरिकी कॉल सेंटरों, उनके फ्रेंचाइजियों को लेकर एक बिल अमेरिकी संसद कांग्रेस में लाया गया है। इस बिल में प्रावधान है कि विदेश में बैठे कॉल सेंटर के कर्मचारियों को अपनी लोकेशन बतानी होगी और ग्राहकों को ये अधिकार देना होगा कि वे अमेरिका में सर्विस एजेंट को कॉल ट्रांसफर करने को कह सकें। इसका असर ये होगा कि अमेरिका की कॉल सेंटर कंपनी के भारत स्थित आफिस में आने वाली कॉल घट जाएगी। ग्राहक सीधा अमेरिका में बात कर सकेगा और उसकी समस्या हल हो जाएगी।
ओहायो के सेनटर शरॉड ब्राउन की ओर से पेश इस बिल में उन कंपनियों की एक सार्वजनिक सूची तैयार करने का प्रस्ताव है जो कॉल सेंटर की नौकरियां आउटसॉर्स कर सकती हैं। साथ ही, इसमें उन कंपनियों को फेडरल कॉन्ट्रैक्ट्स में प्राथमिकता दिए जाने का भी प्रस्ताव है जिन्होंने ये नौकरियां विदेशों में नहीं भेजी हैं।