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नहीं रहे पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, 7 दिनों का शोक

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jul 27 2015 9:08PM | Updated Date: Jul 28 2015 11:22AM
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शिलांग। पूर्व राष्ट्रपति मशहूर वैज्ञानिक एपीजे अब्दुल कलाम नहीं रहे। दिल का दौरा पड़ने से सोमवार को शिलॉन्ग में उनका निधन हो गया।

83 वर्ष के अब्दुल कलाम अपनी शानदार वाक कला के लिए मशहूर थे, लेकिन खबरों के मुताबिक, एक लेक्चर के दौरान ही काल ने उन्हें अपना ग्रास बना लिया। आईआईएम शिलॉन्ग में लेक्चर के दौरान ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद वह बेहोश होकर गिर पड़े।

उन्हें तुरंत शिलॉन्ग के बेथानी अस्पताल लाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने भरसक कोशिश की, लेकिन तब तक उनका देहांत हो चुका था। देर शाम 7:45 बजे उन्हें मृत घोषित किया गया।

 

रामेश्वरम में होगा अंतिम संस्कार
डॉ. कलाम का पार्थिव शव मंगलवार सुबह दिल्ली लाया जाएगा। जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद उनके गृह नगर रामेश्वरम उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।


कलाम का राजनीतिक जीवन
डॉक्टर अब्दुल कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे। इन्हें भारतीय जनता पार्टी समर्थित एनडीए घटक दलों ने अपना उम्मीदवार बनाया था जिसका वामदलों के अलावा समस्त दलों ने समर्थन किया।

18 जुलाई 2002 को डॉक्टर कलाम को नब्बे प्रतिशत बहुमत द्वारा भारत का राष्ट्रपति चुना गया था और इन्हें 25 जुलाई 2002 को संसद भवन के अशोक कक्ष में राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई। इस संक्षिप्त समारोह में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य तथा अधिकारीगण उपस्थित थे। इनका कार्याकाल 25 जुलाई 2007 को समाप्त हुआ। डॉक्टर अब्दुल कलाम व्यक्तिगत ज़िन्दगी में बेहद अनुशासनप्रिय हैं। इन्होंने अपनी जीवनी 'विंग्स ऑफ़ फायर' भारतीय युवाओं को मार्गदर्शन प्रदान करने वाले अंदाज में लिखी है।

इनकी दूसरी पुस्तक 'गाइडिंग सोल्स- डायलॉग्स ऑफ़ द पर्पज ऑफ़ लाइफ' आत्मिक विचारों को उद्घाटित करती है इन्होंने तमिल भाषा में कविताऐं भी लिखी हैं। यह भी ज्ञात हुआ है कि दक्षिणी कोरिया में इनकी पुस्तकों की काफ़ी माँग है और वहाँ इन्हें बहुत अधिक पसंद किया जाता है।

आई एन एस सिंधुरक्षक राष्ट्रपति कलाम
यूं तो डॉक्टर अब्दुल कलाम राजनीतिक क्षेत्र के व्यक्ति नहीं थे लेकिन राष्ट्रवादी सोच और राष्ट्रपति बनने के बाद भारत की कल्याण संबंधी नीतियों के कारण इन्हें कुछ हद तक राजनीतिक दृष्टि से सम्पन्न माना जा सकता है। इन्होंने अपनी पुस्तक 'इण्डिया 2020' में अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया। यह भारत को अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में दुनिया का सिरमौर राष्ट्र बनते देखना चाहते थे।

परमाणु हथियारों के क्षेत्र में यह भारत को सुपर पॉवर बनाने की बात सोचते रहे। कलाम विज्ञान के अन्य क्षेत्रों में भी तकनीकी विकास चाहते थे। डॉक्टर कलाम का कहना था कि 'सॉफ़्टवेयर' का क्षेत्र सभी वर्जनाओं से मुक्त होना चाहिए ताकि अधिकाधिक लोग इसकी उपयोगिता से लाभांवित हो सकें। ऐसे में सूचना तकनीक का तीव्र गति से विकास हो सकेगा। वैसे इनके विचार शांति और हथियारों को लेकर विवादास्पद रहे हैं। इस संबंध में इन्होंने कहा है- "2000 वर्षों के इतिहास में भारत पर 600 वर्षों तक अन्य लोगों ने शासन किया है। यदि आप विकास चाहते हैं तो देश में शांति की स्थिति होना आवश्यक है और शांति की स्थापना शक्ति से होती है। इसी कारण मिसाइलों को विकसित किया गया ताकि देश शक्ति सम्पन्न हो।"

डॉ. कलाम की कुछ प्रमुख किताबें
इंडिया-2020(1998)
विंग्स ऑफ फायर(1999)
मिशन इंडिया(2005)
यू आर बोर्न टू बोसम (2011)
टर्निंग प्वांइट्स(2012)
माइ जर्नी(2013)
ए मेनिफेस्टो फॉर चेंज (2014)

कलाम के 10 प्रसिद्ध कथन
1. सपने सच हों इसके लिए सपने देखना जरूरी है।
2. छात्रों को प्रश्न जरूर पूछना चाहिए. यह छात्र का सर्वोत्तम गुण है।
3. युवाओं के लिए कलाम का विशेष संदेशः अलग ढंग से सोचने का साहस करो, आविष्कार का साहस करो, अज्ञात पथ पर चलने का साहस करो, असंभव को खोजने का साहस करो और समस्याओं को जीतो और सफल बनो। ये वो महान गुण हैं जिनकी दिशा में तुम अवश्य काम करो।
4. अगर एक देश को भ्रष्टाचार मुक्त होना है तो मैं यह महसूस करता हूं कि हमारे समाज में तीन ऐसे लोग हैं जो ऐसा कर सकते हैं। ये हैं पिता, माता और शिक्षक।
5. मनुष्य को मुश्किलों का सामना करना जरूरी है क्योंकि सफलता के लिए यह जरूरी है।
6. महान सपने देखने वालों के सपने हमेशा श्रेष्ठ होते हैं।
7. जब हम बाधाओं का सामना करते हैं तो हम पाते हैं कि हमारे भीतर साहस और लचीलापन मौजूद है जिसकी हमें स्वयं जानकारी नहीं थी। और यह तभी सामने आता है जब हम असफल होते हैं। जरूरत हैं कि हम इन्हें तलाशें और जीवन में सफल बनें।
8. भगवान उसी की मदद करता है जो कड़ी मेहनत करते हैं. यह सिद्धान्त स्पष्ट होना चाहिए।
9. हमें हार नहीं माननी चाहिए और समस्याओं को हम पर हावी नहीं होने देना चाहिए।
10. चलो हम अपना आज कुर्बान करते हैं जिससे हमारे बच्चों को बेहतर कल मिले।

 

ट्विटर पर श्रद्धांजलि देने वालों का तांता

भारत एक महान वैज्ञानिक, एक बेहतरीन राष्ट्रपति और इन सबसे ऊपर एक प्रेरणादायक व्यक्ति के खोने से गमगीन है। ईश्वर डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम की आत्मा को शांति दें।
- नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री भारत

मुझे अब भी वह दिन याद है जब श्री कलाम ने बिहार विधानसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था। नालंदा विश्वविद्यालय की पुनस्र्थापना में वह अहम व्यक्ति थे।
- सुशील मोदी, पूर्व उपमुख्यमंत्री बिहार

डॉ.कलाम का सपना भारत को महान बनाने का था और उन्होंने पूरा जीवन इस सपने को हासिल करने में लगाया। हमने देश के एक महान सपूत को खो दिया है।
- शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश

डॉ.कलाम भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रेमी और प्रशंसक थे। उन्होंने एक बार मेरे साथ वीणा बजाने का प्रस्ताव दिया था। वह सर्वसुलभ राष्ट्रपति थे।
- श्री श्री रविशंकर, आध्यात्मिक गुरु

हमनें उनकी मौत की खबर सुनी। इसपर विश्वास नहीं हो रहा है। यह दुखी करने वाली खबर है।
-जनार्दन द्विवेदी, नेता कांग्रेस

कलाम साहब ने हमें बड़े सपना देखना सिखाया था। सपने भी सच हो सकते हैं हममें उन्होंने इसका भरोसा जताया था। वह हमें भारत को महाशक्ति बनाने के रास्ते पर नेतृत्व कर रहे थे।
- देवेंद्र फडणवीस, मुख्यमंत्री महाराष्ट्र

डॉ.कलाम का निधन व्यक्तिगत क्षति है। वह एक महान वैज्ञानिक, प्रख्यात समाजसेवी और कुशल प्रशासक थे। मेरे आमंत्रण पर कई बार बिहार आए और राज्य के विकास को लेकर मार्गदर्शन किया। नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।
- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री बिहार

डॉ.कलाम की मृत्यु एक अपूरणीय क्षति है। वह कुशल राजनेता होने के साथ काफी तेजस्वी वैज्ञानिक थे। देश के राष्ट्रपति पद पर आसीन रहकर भी वे आम लोगों से जुड़े रहे। उनके मार्गदर्शन में हुए कई सफल मिसाइल परीक्षणों से भारत का नाम विश्व में ऊंचा हुआ है।
- लालू प्रसाद यादव, राजद प्रमुख

भारत के महान सपूत पूर्व राष्ट्रपति ह्यमिसाइल मैनह्णऔर भारत रत्न डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करता हूं।
- नितिन गडकरी, केंद्रीय सड़क परिवहन और जहाजरानी मंत्री

यह बड़े ही दुख की बात है कि सुबह गुरदासपुर में आतंकी हमले की और अब डॉ.अब्दुल कलाम के निधन की खबर मिली। अल्लाह उनकी आत्मा को शांति दें।
- शाहरुख खान, बॉलीवुड स्टार

कलाम जैसे लोग भारत के लिए वरदान हैं। वैज्ञानिक और राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने देश को बहुत दिया। उनका जाना अपूरणीय क्षति है। उम्मीद है युवा कलाम साहब के बताए रास्ते पर चलेंगे।
पीएन सिंह, सांसद धनबाद

कलाम साहब ने भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया। वैज्ञानिक से राष्ट्रपति तक के सफर में उन्होंने देश के लिए काफी कुछ किया। सदैव सक्रिय रहे और युवाओं को प्रेरित करते रहे।
मन्नान मल्लिक, पूर्व मंत्री, झारखंड

गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने ट्वीट किया कि एक प्रखर वैज्ञानिक, एक स्वप्नदर्शी और एक प्रेरणा अब्दुल कलाम को सब याद करेंगे।

फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन ने ट्वीट कर कहा है कि वे एक सच्चे देशभक्त थे और युवाओं के लिए प्रेरणादायक थे।

मशहूर गायिका सुनिधि चौहान ने कहा है कि भारतीयों के लिए एक दुखद दिन।

संगीतकार एआर रहमान ने उनके निधन पर कहा, "डॉक्टर कलाम, जब आप राष्ट्रपति बने तो आपने भारतीयों को 'उम्मीद' शब्द के नए मायने दिए।"

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