शिमला। हिमाचल के वन व परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर की पत्नी का चंडीगढ़ के एक सैलून में जाना इस कदर मंहगा पड़ा कि वह लाखों रुपए के आभूषण गंवा बैठीं। मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर की पत्नी रजनी ठाकुर की गाड़ी से चोरों ने ढाई लाख कैश नकदी गायब कर दी। पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराने के बाद अब मंत्री, उनकी पत्नी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार कांग्रेस के निशाने पर आ गई है।
कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि जब आम जनता सिर्फ 50,000 रुपए नकद रख सकती है तो फिर मंत्री की पत्नी के बैग में ढाई लाख रुपए कहां से आए? सोशल मीडिया पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं। सूत्र बता रहे हैं कि इस पूरे प्रकरण में किरकिरी होती देख भाजपा नेतृत्व ने मामले को गंभीरता से लिया है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व नेता से उनकी पत्नी के मामले में जवाब तलब कर सकता है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी ने यहां संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी डिजिटल ट्रांजैक्शन की बात करते हैं तो फिर एक मंत्री की पत्नी बैग में ढाई लाख रुपये लेकर क्यों चल रही थीं।
रजनी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह छह अक्टूबर को चंडीगढ़ के हिमाचल भवन में ठहरी हुईं थी। सात अक्टूबर को गाड़ी एचपी66-0001 से सेक्टर-8 स्थित हेडमास्टर सैलून में गई थी। शाम करीब पांच घंटे ड्राइवर सैलून के बाहर ही कार में बैठा रहा। इस दौरान एक व्यक्ति ने कार का शीशा खटखटाया और दस-दस के नोट नीचे गिरे होने की बात कही। ड्राइवर गाड़ी से उतरा और उसने दस का नोट उठाकर भिखारी को दे दिया।