नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को लगातार चौथी बार लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली, लेकिन शपथ लेने के बाद वह संसद रजिस्टर पर हस्ताक्षर करना भूल गए। अधिकारियों और कई सांसदों द्वारा याद दिलाए जाने के बाद राहुल ने हस्ताक्षर किए।
राहुल केरल के वायनाड से संसद के लिए निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने अपने परिवार के गढ़ अमेठी लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था, लेकिन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से वह 55,000 से अधिक मतों से चुनाव हार गए। राहुल गांधी ने सोमवार दोपहर अंग्रेजी में शपथ ली और उसके बाद अपनी सीट की तरफ बढ़ गए। इसके बाद उन्हें गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आवश्यक हस्ताक्षर के बारे में याद दिलाया. फिर उन्होंने रजिस्टर पर हस्ताक्षर किए।
दिन में इसके पहले सत्ताधारी दल के सदस्यों ने उन्हें अनुपस्थित पाया और उनके बारे में पूछा. उनकी अनुपस्थिति पर सवाल उठाए जाने के तत्काल बाद गांधी ने ट्विटर पर लिखा, लोकसभा सदस्य के रूप में मेरा चौथा कार्यकाल आज से शुरू। केरल के वायनाड का प्रतिनिधित्व करते हुए मैं इस अपराह्न् शपथ ग्रहण के साथ अपनी नई पारी शुरू कर रहा हूं।
मैं भारत के संविधान के प्रति सच्चा विश्वास और निष्ठा रखूंगा। बजट सत्र के प्रथम दो दिनों तक नवनिर्वाचित 542 सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी। इसकी प्रक्रिया राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रोटेम स्पीकर वीरेंद्र कुमार को शपथ दिलाने के साथ शुरू की। इसके बाद कुमार ने अन्य सांसदों को शपथ दिलाई। कांग्रेस ने सदन में अपने नेता की घोषणा अभी नहीं की है।