28 Mar 2024, 15:39:57 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
news » National

संसद में पहले सप्ताह नहीं हुआ कोई काम - हंगामे में गुजर गए दिन

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Dec 14 2018 3:32PM | Updated Date: Dec 14 2018 3:32PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

नई दिल्ली। कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, शिवसेना और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों के विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामे के कारण शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह लोकसभा में कोई कामकाज नहीं हुआ और अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन प्रश्नकाल के बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी जबकि पहले दिन मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के बाद कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। 
 
शुक्रवार को सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल में स्थगित रहने के बाद दोबारा जैसे ही शुरू हुई विपक्षी दलों के सदस्य फिर हंगामा करते हुये आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। राफेल लड़ाकू विमान सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से उत्साहित सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भी कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और उससे माफी माँगने की मांग करने लगे।
 
विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच भाजपा के अनुराग ठाकुर, गणेश सिंह, प्रसाद जोशी, संजय जयसवाल तथा कई अन्य सदस्य राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस  अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग करने लगे। कांग्रेस के गौरव गोगोई, रंजीत रंजन, रवनीत सिंह तथा कुछ अन्य सदस्य सदन के बीचोंबीच आकर मोदी सरकार पर  इस सौदे में गड़बड़ी और उसमें शामिल होने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी)  से जांच कराई जानी चाहिए। 
 
हंगामे के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि राफेल सौदे में कांग्रेस ने देश को गुमराह किया है और दुनिया के समक्ष भारत की छवि धूमिल की है। कांग्रेस अध्यक्ष को इसके लिए न सिर्फ सदन से, बल्कि देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के तीन न्यायाधीशों की पीठ ने राफेल सौदे में दायर जनहित याचिका पर दिये अपने फैसले में कहा है कि राफेल लड़ाकू विमान सौदा देश के लिए लाभकारी है और इसे लेकर किसी तरह के सवाल उठाये जाने की गुंजाइश नहीं है। 
 
सिंह के बयान के बाद भी सदन में हंगामा न थमता देख श्रीमती महाजन ने सदस्यों से शांत रहने और अपनी-अपनी सीटों पर जाने का आग्रह किया, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। अंतत: अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी। 
 
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »