नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा के दिल्ली और बेंगलुरु स्थित ठिकानों पर आज प्रवर्तन निदेशालय ने दबिश दी। दिल्ली में टीम रॉबर्ट वाड्रा के सुखदेव विहार दफ्तर पहुंची और जांच की। हालांकि दफ्तर में वाड्रा नहीं मिले। इस जांच के बारे में वाड्रा के वकील का कहना है कि साढ़े 4 साल में टीम को कुछ नहीं मिला है और अब फर्जी सुबूत बनाए जाने की कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने स्काइलाइट हॉस्पीटैलिटी में मौजूद हमारे लोगों को अंदर ही बंद कर दिया। बाहर से किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया। क्या ये नाजीवाद नहीं है? क्या ये जेल है?
हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने वाड्रा को समन भेजा था जिसपर उन्होंने सरकार पर राजनीति रूप से पीछे पडऩे और सरकारी विभागों के जरिये उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, पिछली बार उन्होंने दस्तावेजों के लिए समन किया, मेरे वकील वहां तीन घंटे तक बैठे और विस्तृत दस्तावेज सौंपे। यह बड़ी अजीब बात है कि मुझे 24 घंटे के भीतर एक और समन भेज दिया गया, जबकि मेरी तरफ से सौंपे गए 600 दस्तावेजों पर गौर भी नहीं किया।