नई दिल्ली। सरकार ने सशस्त्र सेनाओं के आधुनिकीकरण और उन्हें अत्याधुनिक रक्षा साजो-सामान से लैस करने की कड़ी में 3000 करोड़ रुपए के रक्षा उत्पादों की खरीद को मंजूरी दी है। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में शनिवार को यहां हुई रक्षा खरीद परिषद की बैठक में इन रक्षा सौदों को मंजूरी दी गई।
सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने गत अक्टूबर में नौसेना के लिए चार पी 1135.6 युद्धपोतों की खरीद को मंजूरी दी थी। परिषद ने शनिवार की बैठक में रूस में बनाए जाने वाले इन युद्धपोतों के लिए दो स्वदेशी ब्रह्मोस मिसाइल की खरीद को स्वीकृति दी। देश में ही बनी ब्रह्मोस मिसाइल पूरी तरह से जांची परखी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है और यह इन युद्धपोतों पर लगायी जाने वाली प्रमुख हथियार प्रणाली होगी।
रक्षा खरीद परिषद ने सेना के प्रमुख यद्धक टैंक अर्जुन के लिए बख्तरबंद रिकवरी वाहनों की खरीद को भी मंजूरी दी है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने इन वाहनों का डिजायन किया है। रक्षा क्षेत्र का सार्वजनिक उपक्रम भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) इन वाहनों को बनायेगा। विभिन्न अभियानों और लडाई के दौरान ये वाहन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।