नई दिल्ली। जो लोग सड़क के जरिए ज्यादा सफर तय करते हैं उनके लिए एक खुशखबरी है। सरकार जल्द ही टोल पॉलिसी में व्यापक बदलाव करने जा रही है। जानकारी के अनुसार नेशनल हाईवे की टोल पॉलिसी में आगामी तीन महीनों में बदलाव किए जाएंगे। इसके अलावा टोल प्लाजा को शहरों से दूर रखा जाएगा। साथ ही जो नेशनल हाईवे फोरलेन की श्रेणी में नहीं हैं वहां से टोल हटाने की समय-सीमा तय की जाएगी।
सड़क मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया है कि नई टोल पॉलिसी काफी व्यापक होने वाली है। टोल पॉलिसी को पूरी तरह इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से जोड़ा जाएगा। स्मार्ट टैग को भी हर जगह लागू किया जाएगा, ताकि यात्री बिना देरी के अपना टोल चुका कर सफर तय करते रहें। वैसे भी टोल एक्सपर्ट्स ने सुझाव दिया है कि जब तक इलेक्ट्रॉनिक मोड के जरिए 80 फीसदी गाड़ियां टोल फी नहीं चुकाती हैं तब तक टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम से छुटकारा नहीं मिल सकता है।
पॉलिसी को पुराने हाईवे पर लागू करना बड़ी चुनौती
इस पॉलिसी को लागू करने में सड़क मंत्रालय को कई चुनौतियों से जूझना पड़ सकता है। मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक देश में जो नए हाइवे बने हैं उन पर नई टोल पॉलिसी लागू करना मुश्किल नहीं है, लेकिन पुराने हाईवे पर इसे लागू करना बेहद कठिन है। क्योंकि पुराने हाइवे पर कई सारे एंट्री और एग्जिट पॉइंट बने हुए हैं। इसके अलावा नगर निगम के क्षेत्र में पड़ने वाले टोल प्लाजा भी एक टकराव की वजह बन सकते हैं।