नई दिल्ली। दक्षिण कोरिया की सैमसंग इलैक्ट्रॉनिक्स ने शुक्रवार को अपने उन कर्मचारियों और उनके परिवारों से माफी मांगी जो उसके सेमीकंडक्टर के कारखानों में काम करते वक्त कैंसर से पीड़ित हो गए थे। इसी के साथ चिप बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी का यह दशकभर लंबा विवाद खत्म हो गया। कंपनी के उपाध्यक्ष किम की-नाम ने कहा कि हम उन कर्मचारियों और उनके परिवारों से दिल से माफी मांगते हैं जिन्हें कैंसर की बीमारी हुई। उन्होंने कहा, हम अपने सेमीकंडक्टर और एलसीडी कारखानों में स्वास्थ्य जोखिमों का ठीक से प्रबंधन करने में नाकाम रहे थे।
कर्मचारियों को 16 तरह के कैंसर हुए
सैमसंग इलैक्ट्रॉनिक्स दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फोन और चिप बनाने वाली कंपनी है। सैमसंग की सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले कारखाने में काम करने वाले करीब 240 कर्मचारी काम के दौरान बीमार पड़े। इसमें से करीब 80 की मौत हो गई। यह कर्मचारी 16 तरह के कैंसर से पीड़ित हैं। इसमें भी कुछ के बच्चों को भी इस तरह की बीमारियां हुई हैं। यह मामला 1984 से जुड़ा है और इसका पहली बार खुलासा 2007 में हुआ था।
मुआवजा देगी कंपनी
सैमसंग के खिलाफ अभियान चलाने वाले समूहों के अनुसार इस संबंध में इस महीने की शुरुआत में कंपनी ने एक मुआवजा नीति की घोषणा की है। इस नीति के अनुसार सैमसंग हर पीड़ित कर्मचारी को 15 करोड़ वॉन यानी करीब 90 लाख रुपए का मुआवजा देगी। सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स सैमसंग ग्रुप की फ्लैगशिप सब्सिडिअरी है। दक्षिण कोरिया की अर्थव्यवस्था में सैमसंग का दबदबा जगजाहिर है।