नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर एक तरफ जहां साधु-संतों के सब्र का बांध टूट रहा है और उन्होंने मोदी सरकार को तुरंत इस मसले पर अध्यादेश लाने तक का अल्टीमेटम दे दिया है, वहीं भारतीय भाजपा के भीतर राम मंदिर पर अभी तक कोई चर्चा ही नहीं हुई है।
संतों के निर्णय के बाद सत्ताधारी भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राम मंदिर का मामला पिछले आठ साल से सुप्रीम कोर्ट में है, इसलिए देश की जनता चाहती है इस मसले पर कानून बनाया जाए। संतों के फैसले पर जब शाहनवाज हुसैन से सवाल किया गया तो उन्होंने राम मंदिर निर्माण की मांग को संतों का अधिकार बताया।
साथ ही संतों की कानून बनाने की मांग पर उन्होंने कहा कि तथ्यों को देखने के बाद सरकार को फैसला करना है कि कानून बनाना है या नहीं। हालांकि, उन्होंने भाजपा प्रवक्ता होने के नाते ये बताया कि मैं पार्टी का अधिकृत प्रवक्ता हूं और राम मंदिर के निर्माण को लेकर पार्टी में अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है।
शाहनवाज हुसैन ने ये भी कहा कि राम मंदिर केस देश का सबसे पुराना मामला है और सिर्फ संघ या विहिप ही नहीं, बल्कि देश की बहुत बड़ी आबादी चाहती है कि इस मसले पर जल्द फैसला आए।