नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद सबरीमाला मंदिर में दर्शन के लिए सभी उम्र की महिलाएं प्रवेश नहीं कर पार्इं, वहीं कोर्ट के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन का दौर जारी है। इस बीच, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस मामले पर अपनी राय जाहिर करते हुए तर्क दिया है कि अगल पीरियड्स की अवस्था में महिलाएं जब गंदा पैड लेकर दोस्त के घर नहीं जातीं तो भगवान के घर कैसे जा सकती हैं।
एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, पूजा करना मेरा अधिकार है, लेकिन अपवित्र करना नहीं। एक कैबिनेट मंत्री होने के नाते सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नहीं बोल सकती। क्या आप गंदा सैनिटरी पैड लेकर अपने दोस्त के घर जाएंगी? तो आप उसे भगवान के घर में क्यों ले जाएंगे।
हालांकि जब सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री के इस बयान पर सवाल उठने लगे तब स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर लिखा कि ये फेक न्यूज है और वो जल्द ही इसका वीडियो पोस्ट करेंगी। गौरतलब है कि सप्रीम कोर्ट के आदेश पर 10 से 50 वर्ष (रजस्वला आयु वर्ग) आयु की महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंद हटाए जाने के बाद सबरीमाला मंदिर के कपाट सभी महिलाओं के लिए खोल दिए गए थे, जिसे सोमवार रात बंद कर दिया गया।