नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत दौरे पर आए श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे का स्वागत किया और उनकी यात्रा के सुखद होने की कामना की। राहुल और विक्रमसिंघे के बीच शुक्रवार को मुलाकात हुई। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा और श्रीलंका के प्रतिनिधिमंडल के कुछ सदस्य मौजूद थे।
28 हजार घर बनाने का प्रस्ताव पास
प्रोजेक्ट में चीन के एग्जिम बैंक की तरफ से फंडिंग हो रही थी। हालांकि स्थानीय लोगों की तरफ से ईंट के घरों की मांग होने से प्रोजेक्ट फंस गया। लोगों का कहना था कि उन्हें पारंपरिक रूप वाला ईंट का घर चाहिए। चीन की कंपनी ने कांक्रीट स्ट्रक्चर के हिसाब से घर बनाने की तैयारी की थी। बुधवार को श्रीलंका सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि कैबिनेट ने 28000 घरों को बनाने 3580 करोड़ रुपए का नया प्रस्ताव पास कर दिया है। इसे भारतीय कंपनी एनडी एंटरप्राइजेज दो श्रीलंकाई कंपनियों के साथ मिलकर बनाएगी। उन्होंने बताया कि कुल 65000 घरों की जरूरत है, जिनमें से इतने घरों का प्रस्ताव पास हो गया है।
चीन के बंदरगाह प्रोजेक्ट से लोगों पर भारी कर्ज
आलोचकों का कहना है कि श्रीलंका के दक्षिण में बड़ा बंदरगाह बनाने का चीन का प्रोजेक्ट और इससे जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हो रहा खर्च देश के 2 करोड़ से अधिक लोगों को भारी कर्जे में ले जा रहा है। तमिल टाइगर विद्रोहियों के साथ चले करीब 26 साल के युद्ध के दौरान ध्वस्त हुए घरों के पुनर्निर्माण के पहले चरण में भारतीय कंपनी उत्तरी श्रीलंका में इन घरों का निर्माण करेगा। इसके अलावा पलाली एयरपोर्ट और कंकेशंथुरई बंदरगाह के भी पुनर्निर्माण की योजना है। हाल के वर्षों में चीन ने श्रीलंका में बंदरगाह, पावर प्लांट्स और हाइवे बनाने के सारे मेगा प्रॉजेक्ट्स हासिल किए हैं। चीन अपनी स्ट्रिंग आॅफ पर्ल्स (मोतियों की माला) रणनीति के तहत एशिया के मुल्कों में बंदरगाह बना रहा है।