रोहतक। मैं तो घर बैठकर टीवी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव भाषण देख रहा था, तभी सीएम मनोहरलाल का फोन आया और कहा कि जल्दी आओ, प्रधानमंत्री जी बुला रहे हैं। यह सुनते ही खुशी से उछल पड़ा और तुरंत पड़ोसी की बाइक मांगी और रैली स्थल की तरफ रवाना हो गया। करीब दो किलोमीटर पहले सुरक्षाकर्मियों ने बाइक रुकवा ली, तब पैदल दौड़कर गढ़ी सांपला में चौधरी छोटूराम की प्रतिमा अनावरण स्थल तक पहुंचा और प्रधानमंत्री से मिला। उनसे मिलकर मानो सारी मन की मुराद पूरी हो गई।
यह वाक्या सांझा किया रोहतक के रहने वाले दीपक ने। दरअसल, वर्ष 1996 से वर्ष 2002 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा के प्रभारी रहे थे। उस समय वह रोहतक स्थित भाजपा कार्यालय में रहते थे। वहां पर हुड्डा काम्प्लेक्स का रहने वाला दीपक रसोइया का काम करते थे। जो मूलरूप से नेपाल का रहने वाले हैं।
दीपक कहां पर हो, पीएम बुला रहे हैं
फिलहाल दीपक आॅफिस इंचार्ज का काम देख रहे हंै। सांपला में हुई रैली का करीब तीन बजे टीवी पर लाइव दिखाया जा रहा था। दीपक भी घर पर बैठा टीवी पर यह रैली देख रहे थे, तभी उनके मोबाइल पर सीएम मनोहरलाल खट्टर का फोन आया। खट्टर ने पूछा कि दीपक कहां पर हो, पीएम साहब तुम्हें बुला रहे हैं, जल्दी आओ। इतना सुनते ही दीपक खुशी से उछल पड़े। बकौल, दीपक उन्हें मंच तक लेकर जाने की जिम्मेदारी आईजी को दी गई थी। दीपक के पास अपना कोई वाहन नहीं था। उन्होंने आनन-फानन में पड़ोसी की बाइक ली और रोहतक से करीब 20 किलोमीटर दूर आयोजन स्थल की तरफ दौड़ पड़े।
सुरक्षाकर्मियों ने नहीं जाने दी बाइक
जिस समय दीपक रैली स्थल से करीब दो किलोमीटर दूर थे तो उनकी बाइक को सुरक्षाकर्मियों ने आगे नहीं जाने दी। वह काफी देर तक सुरक्षाकर्मियों को कहते रहे कि पीएम साहब ने बुलाया है, लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी। इसके बाद वह बाइक खड़ी कर पैदल ही रैली स्थल की तरफ दौड़ पड़े। जिस समय वह रैली स्थल पर पहुंचे, प्रधानमंत्री का संबोधन खत्म हो चुका था। मंच से उतरते समय दीपक उनसे मिले। करीब पांच मिनट तक प्रधानमंत्री ने उनके साथ पुरानी यादों को ताजा किया। प्रधानमंत्री ने दीपक को वहां पर मौजूद तीन प्रदेशों से आए राज्यपाल से भी मिलवाया।