नई दिल्ली। देश में अब लोगों के बीच कम उम्र में रिटायर होकर बाद में अस्थाई काम करते रहने का चलन बढ़ रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 54 फीसदी भारतीय इस तरह की रिटायरमेंट की योजना बना रहे हैं जबकि दुनियाभर में 56 फीसदी लोग इस तरह की जिंदगी जीना चाहते हैं।
एचएसबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा समय में कामकाजी भारतीयों में 54 फीसदी लोग ऐसे हैं जो चाहते हैं कि कम उम्र में रिटायरमेंट लेकर बाद में कुछ-कुछ काम करते रहें। यह सर्वे एचएसबीसी के लिए इप्सॉस ने आॅनलाइन किया। इसमें 16 देशों के 16,000 लोगों के बीच सर्वे किया गया। ये 16 देश अर्जेंटीना, कनाडा, चीन, आॅस्ट्रेलिया, मलेशिया, मेक्सिको, सिंगापुर, ताइवान, फ्रांस, हांगकांग, भारत, इंडोनेशिया, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन और अमेरिका हैं।
सर्वे में संपत्ति को लेकर भी हुए कुछ अहम खुलासे
सर्वे में यह भी खुलासा हुआ है कि नई पीढ़ी अब अपनी अगली पीढ़ी के लिए संपत्ति बचाकर रखने में उतना विश्वास नहीं रखती। बल्कि वह चाहती है कि अगली पीढ़ी अपने लिए खुद से संपत्ति बनाए। देश के 22 फीसदी लोगों का मानना है कि अगली पीढ़ी अपने लिए संपत्ति खुद बनाए जबकि 13 फीसदी लोग ऐसे हैं जो अगली पीढ़ी के लिए ज्यादा से ज्यादा संपत्ति बचाय रखना चाहते हैं। रिटायरमेंट के बाद 35 फीसदी भारतीय अमेरिका में बसने की ख्वाहिश रखते हैं, जबकि 20 फीसदी का आॅस्ट्रेलिया और 24 फीसदी का ब्रिटेन में रहने का सपना है।