नई दिल्ली। सवर्णों द्वारा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति एक्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के बाद शुक्रवार को बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने इस एक्ट को लेकर अपनी पार्टी का रूख स्पष्ट किया। उन्होंने ने कहा, 'बीएसपी उन लोगों से कहना चाहता है जो अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति एक्ट के खिलाफ विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने अपने मन में गलत विचार पाल लिया है कि कानून का दुरुपयोग किया जाएगा और एससी/एसटी और जनजातियों के अलावा अन्य समुदायों को दमन किया जाएगा। हमारी पार्टी इस विचार से सहमत नहीं है।' एक्ट के खिलाफ भारत बंद का आह्वान संसद द्वारा हाल में पारित एससी/एसटी अत्याचार निवारण कानून के विरोध में किया गया। एससी/एसटी एक्ट में हाल ही में किए गए संशोधन के खिलाफ गुरुवार को भारत बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने बिहार और उत्तर प्रदेश में कई ट्रेनें रोकी और नेशनल हाईवे जाम कर दिया। वहीं, देश के कुछ और उत्तरी राज्यों में भी दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं।