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मन की बात : केरल की बाढ़ से दुष्कर्मियों के खिलाफ कानून पर बोले पीएम मोदी

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Aug 26 2018 1:21PM | Updated Date: Aug 26 2018 1:21PM
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने सबसे पहले देशवासियों को रक्षा बंधन और कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व की शुभकामनाएं दी। साथ ही, केरल बाढ़, एशियाड गेम्स से लेकर फिट इंडिया जैसे मुद्दों पर बात की। 
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षाबंधन और जन्माष्टमी की बधाई देते हुए मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा, 'अभी कुछ ही दिन बाद जन्माष्टमी का पर्व भी आने वाला है। पूरा वातावरण हाथी, घोड़ा, पालकी, जय कन्हैयालाल की, गोविन्दा-गोविन्दा की जयघोष से गूंजने वाला है। सभी देशवासियों को रक्षाबन्धन एवं जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।'
 
देश की नारी शक्ति के खिलाफ कोई भी सभ्य समाज किसी भी प्रकार के अन्याय को बर्दाश्त नहीं कर सकता है। बलात्कार के दोषियों को देश सहन करने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए संसद ने आपराधिक कानून संशोधन विधेयक को पास कर कठोरतम सजा का प्रावधान किया है। दुष्कर्म के दोषियों को कम से कम 10 वर्ष की सजा होगी। वहीं, 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से रेप करने वाले को फांसी की सजा होगी। पीएम मोदी ने मुस्लिम महिलाओं को भरोसा दिलाया कि उन्‍हें तीन तलाक के मुद्दे पर न्‍याय मिलेगा।
 
पीएम मोदी ने केरल की भयंकर बाढ़ का जिक्र करते हुए कहा कि केरल में भीषण बाढ़ ने जन-जीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। आज इस कठिन परिस्थितियों में पूरा देश केरल के साथ खड़ा है और मुझे पूरा विश्वास है कि राज्य के लोगों के जज्बे और साहस के बल पर केरल दोबारा उठ खड़ा होगा।
 
पीएम ने कहा, 'कठिन परिश्रम करने वाले यह हमारे किसानों के लिए मानसून नई उम्मीदें लेकर आता है। भीषण गर्मी से झुलसते पेड़-पौधे, सूखे जलाशयों को राहत देता है लेकिन कभी-कभी यह अतिवृष्टि और विनाशकारी बाढ़ भी लाता है।' पीएम मोदी ने कहा कि आपदाएं अपने पीछे जिस प्रकार की बर्बादी छोड़ जाती हैं, वह दुर्भाग्यपूर्ण हैं लेकिन आपदाओं के समय मानवता के भी दर्शन हमें देखने को मिलते हैं। कच्छ से कामरूप और कश्मीर से कन्याकुमारी तक हर कोई अपने-अपने स्तर पर कुछ-न-कुछ कर रहा है।
 
पीएम मोदी ने इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद किया। उन्होंने कहा, 'अटल जी के लिए जिस प्रकार का स्नेह, श्रद्धा और शोक की भावना पूरे देश में उमड़ पड़ी है, वो उनके विशाल व्यक्तित्व को दर्शाती है।' उन्होंने कहा कि मैं आज अटल जी के विशाल व्यक्तित्व का एक और पहलू, उसे सिर्फ स्पर्श करना चाहता हूं। पीएम ने कहा, 'वर्ष 2001 में अटल जी ने बजट पेश करने का समय शाम 5 बजे से बदलकर सुबह 11 बजे कर दिया। अटल जी के समृद्ध और विकसित भारत के सपने को पूरा करने का संकल्प दोहराते हुए मैं हम सबकी ओर से अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।'
 
पीएम ने अपने संबोधन में मानसून सत्र का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही संसद का मानसून सत्र खत्म हुआ है। आपको यह जानकार प्रसन्नता होगी कि लोकसभा में 118 फीसद और राज्यसभा में 74 फीसद काम हुआ। लोकसभा में 21 विधेयक जबकि राज्यसभा में 14 विधेयकों को पारित किया गया।
 
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