नई दिल्ली। सीबीएसई 10वीं और 12वीं की परीक्षा के पैटर्न को बदलने की तैयारी में है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक परीक्षा के पैटर्न में अगले सत्र से बदलाव देखने को मिल सकता है। नए पैटर्न से स्टूडेंट्स की विश्लेषणात्मक क्षमताओं की जांच हो सकेगी। सीबीएसई द्वारा पेपर पैटर्न में बदलाव करने से विषयों को रटने की प्रक्रिया पर रोक भी लगेगी।
सीबीएसई ने नियमों में बदलाव के लिए मानव संसाधन मंत्रालय को एक प्रपोजल भी भेजा है। इस प्रपोजल के पास होने में कुछ महीनों का समय लग सकता है। सीबीएसई ने पैटर्न में बदलाव करने की तैयारी कर ली है। सीबीएसई चाहता है कि स्कूलों को मान्यता देने का काम बोर्ड को सौंप दिया जाए। अभी सीबीएसई के पास इस तरह का कोई अधिकार नहीं है।
छात्रों की आकलन क्षमता बढ़ेगी
सीबीएसई के अधिकारियों ने बताया कि नया एग्जाम पैटर्न स्टूडेंट्स के आंकलन करने की क्षमता को परखने का काम करेगा। इसके पीछे का मकसद छात्रों की लर्निंग प्रक्रिया और मानसिक स्तर को बढ़ाना होगा। बोर्ड के मुताबिक, अक्सर छात्र रटकर परीक्षा में पास तो हो जाते हैं पर इससे उनका मानसिक विकास नहीं हो पाता। इसीलिए अब परीक्षा में एक से पांच अंकों तक के ज्यादा लघु सवाल पूछे जाएंगे। गाइडलाइन के मुताबिक, स्कूलों के एफिलिएशन और नवीनीकरण के दौरान संस्थानों की एकेडमिक गुणवत्ता पर भी फोकस होगा। स्कूलों में बुनियादी ढांचे के निरीक्षण के लिए बोर्ड मान्यता प्राप्त अधिकारियों की रिपोर्ट पर निर्भर रहेगा।
बोर्ड ने शुरू की प्रक्रिया
सूत्रों ने कहा कि इस प्रस्ताव में अभी तीन-चार महीने का और वक्त लग जाएगा, लेकिन बोर्ड ने अगले सत्र के लिए 10वीं और 12वीं क्लास के प्रश्नपत्र पैटर्न में बदलाव करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एचआरडी मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि बदले हुए प्रश्न पत्र प्रॉब्लम सॉल्विंग मोड के होंगे। पेपर से संबंधित शेड्यूल के प्रपोजल पर अभी बातचीत जारी है और अभी तक कुछ फाइनल नहीं किया गया है।
ये होंगे परीक्षा में बदलाव
- क्वश्चन पेपर स्टूडेंट्स की विश्लेषणात्मक क्षमताओं को जांचने के लिहाज से बनाया जाएगा।
- स्टूडेंट्स की क्रिटिकल थिंकिंग एबिलिटी को टेस्ट करने पर ज्यादा फोकस रहेगा।
- क्वश्चन पेपर ज्यादा प्रॉब्लम सॉलविंग होंगे। शॉर्ट आंसर टाइप क्वश्चन जो कि एक से पांच अंक के होते थे उन्हें बढ़ाया जाएगा।
- वोकेशनल सब्जेक्ट की परीक्षा फरवरी में कराई जाएगी और नॉन वोकेशनल सब्जेक्ट की परीक्षा मार्च में होगी।
- पेपर के मूल्यांकन के लिए ज्यादा समय मिलेगा और सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट जल्द जारी करेगा।