नई दिल्ली। कांस्टीट्यूशन क्लब के बाहर सोमवार दोपहर जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद पर हमला करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। हमले का दावा करने वाले वाले दो लोगों का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। दोनों ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि वे खालिद पर हमला करके लोगों को स्वतंत्रता दिवस पर आजादी का तोहफा देना चाहते थे। चार मिनट के इस वीडियो में मौजूद युवक खुद का नाम सर्वेश शाहपुर और नवीन दलाल बता रहे हैं।
उन्होंने 9 फरवरी 2016 को जेएनयू कैंपस में देशविरोधी नारेबाजी का भी जिक्र किया है। उनका कहना है कि पुलिस हमले के लिए किसी अन्य को परेशान न करे। वे 17 अगस्त को क्रांतिकारी करतार सिंह सराबा के गांव सराबा (लुधियाना, पंजाब) में आत्मसमर्पण करेंगे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस वीडियो की सत्यता की जांच शुरू कर दी है।
इसमें मौजूद युवकों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए हरियाणा और पंजाब पुलिस से संपर्क किया जा रहा है। मामले में पुलिस ने बुधवार को सीन का रिक्रिएशन (नाट्य रूपांतरण) किया था। इसके लिए उमर खालिद को मौके पर बुलाया गया था। घटना कैसे हुई, खालिद के साथ इसे छद्म रूप से दोहराया गया।
पुलिस का कहना है कि सभी एंगल से मामले की जांच की जा रही है। वायरल हो रहे वीडियो के अलावा सीसीटीवी फुटेज में जिस युवक की तस्वीर कैद हुई है, उसकी तलाश की जा रही है। गौरतलब है कि सोमवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र नेता उमर खालिद ने खुद पर हमले का आरोप लगाया था। घटना के बाद आरोपित पैदल भागा था। 13 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को उसकी तस्वीर मिल गई थी। आरोपित की पिस्टल जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजी गई है।