नई दिल्ली। अयोध्या में रामजन्मभूमि मामले की अगली सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 13 जुलाई की तारीख तय की है । चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय बेंच के समक्ष मुस्लिम पक्ष की ओर से दलील पेश करते हुए अधिवक्ता राजीव धवन ने कहा कि मस्जिदों को मनोरंजन के लिए नहीं बनाया जाता।
सैकड़ों लोग वहां पर नमाज पढ़ते हैं, क्या इसे धर्म की जरूरी प्रैक्टिस नहीं माना जाना चाहिए? इससे पहले 17 मई को सुनवाई के दौरान हिंदू संगठनों ने दलील दी थी कि मस्जिद के लिए कोई विशेष स्थान और जगह का कोई महत्व नहीं है लेकिन राम जन्मस्थली का धार्मिक महत्व है।