नई दिल्ली। कैलाश मानसरोवर के दर्शन करके लौट रहे करीब डेढ़ हजार भारतीय श्रद्धालु भारी बारिश के कारण नेपाल में फंस गए हैं। इनमें 525 तीर्थयात्री नेपाल के सिमीकोट, 550 लोग हिलसा और 500 लोग तिब्बत की तरफ रुके हुए हैं। हालांकि सिमीकोट में फंसे श्रद्धालुओं में से 104 को निकाल लिया गया है और उन्हें भारतीय सीमा के पास नेपालगंज भेज दिया गया है।
भारत ने इन तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए नेपाल से मदद मांगी है। भारतीय श्रद्धालुओं को रेस्क्यू करने की कोशिश तेज हो गई है। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने बयान जारी करते हुए कहा कि वह इस रूट के हालातों पर नजर बनाए हुए है।
मप्र के पांच यात्री फंसे
हिलसा में खराब मौसम की चपेट में आए 104 कैलास मानसरोवर तीर्थयात्रियों को सिमीकोट से हिलसा लाया गया। फंसे हुए यात्रियों ने पांच मप्र के हैं। वहीं, कैलाश मानसरोवर के दर्शन करने आए दो भारतीय तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। हुम्ला जिला पुलिस कार्यालय ने बताया कि केरल की 56 वर्षीय नारायणम लीला की सोमवार को सिमकोट स्थित एक होटल में जबकि आंध्र प्रदेश की सत्यलक्ष्मी की रविवार को तिब्बत के ताक्लाकोट में मौत हो गई।
तैनात किए प्रतिनिधि
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बताया कि नेपाल स्थित भारतीय दूतावास ने नेपालगंज एवं सिमिकोट में प्रतिनिधि तैनात किए हैं। ये लोग तीर्थयात्रियों के संपर्क में हैं। तीर्थयात्रियों को भोजन एवं आवास मुहैया कराया जा रहा है। सिमिकोट में बुजुर्ग तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य जांच की गई है।