नई दिल्ली। आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान पर शिकंजा कसने के लिए एफएटीएफ यानी फाइनेंशल एक्शन टास्ट फोर्स ने उसे ग्रे लिस्ट में डाल दिया है। पाकिस्तान पर आरोप है कि वह आतंकवादियों की आर्थिक मदद को रोक पाने में असफल रहा है। इस बड़े झटके से अब पाकिस्तान को यह डर सता रहा है कि कहीं उसे ब्लैक लिस्ट में न डाल दिया जाए।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक हालांकि ब्लैक लिस्ट से बचने के लिए पाकिस्तान ने 15 महीनों के अंदर 26 सूत्रीय एक्शन प्लान भी तैयार किया था, लेकिन एफएटीएफ की पैरिस में हुई बैठक में बुधवार रात पाक वित्त मंत्री शमशाद अख्तर की मौजूदगी में यह फैसला लिया गया।
इस एक्शन प्लान में बताया गया है कि आतंकियों को दी जाने वाली आर्थिक मदद को किस प्रकार रोका जाएगा और इसके लिए कौन कौन से कदम उठाए जाएंगे। इसमें मुंबई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद को दी जा रही आर्थिक मदद पर भी रोक की बात कही गई है।