नई दिल्ली। दुष्कर्म के आरोप में फंसे धर्मगुरु दाती महाराज दूसरी बार पूछताछ में शामिल होने के लिए दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ऑफिस पहुंचे। क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने खुद इस बार दाती महाराज से पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान दाती महाराज खुद को बेगुनाह बताकर फूट-फूटकर रोने लगे। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को इस मामले में अहम सबूत मिले हैं और अब क्राइम ब्रांच दाती महाराज का पोटेंसी टेस्ट करवा सकती है।
दाती महाराज आज सुबह 10 बजे के करीब क्राइम ब्रांच ऑफिस पहुंचे थे। पुलिस के मुताबिक इस मामले में दाती महाराज से जुड़े तीन अहम किरदारों सचिन जैन अभिषेक अग्रवाल और नवीन गुप्ता से भी पूछताछ की जा सकती है।
सूत्रों के मुताबिक जब दाती महाराज से शिष्या से दुष्कर्म करने के संबंध में सवाल पूछे गए तो वह फफक पड़ा और इस आरोप को सिरे से नकार दिया। उसने कहा कि वह योग द्वारा यौन चेतना को खत्म कर चुका है। इस वजह से वह यौन संबंध नहीं बना सकता है। उसकी शादी भी बचपन में कर दी गई थी।
वहीं, कुछ समय कई सवालों के जवाब उसने हंसते हुए भी दिए। उसने कहा कि युवती बहकावे में आकर उसके ऊपर गलत आरोप लगा रही है। रुपये के लेनदेन को लेकर चल रहे विवाद में उसकी शिष्या को हथियार बनाया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामला संवेदनशील और पेचीदा है। सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए छानबीन की जा रही है। मंगलवार को दाती महाराज को फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
ज्ञात हो कि अब तक जांच में ऐसे सबूत नहीं मिले हैं, जिसके चलते दाती महाराज को गिरफ्तार करना पड़े। हालांकि क्राइम ब्रांच ने दाती महाराज को क्लीन चिट भी नहीं दी है। पुलिस का कहना है कि आने वाले दिनों में पीड़िता ने अपनी शिकायत में जिन दो महिलाओं के नाम बताये थे उन्हें भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक दाती ने अपनी बेगुनाही के कुछ अहम सबूत क्राइम ब्रांच को सौंपे हैं, जिनकी क्राइम ब्रांच बारीकी से जांच कर रहा है। वहीं केस से जुड़े तमाम लोगों के मोबाइल कॉल डीटेल्स भी खंगाले जा रहे हैं।