नई दिल्ली। दाती महाराज पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता सामने आई और पत्र के माध्यम से चौंकाने वाला खुलासा किया है। पीड़िता का आरोप है कि बाबा ने राजस्थान के आश्रम में भी उसके साथ दुष्कर्म किया। परेशान होकर पीड़िता ने आश्रम छोड़कर घर जाने का फैसला किया। लेकिन बाबा के डर से वह शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। किसी तरह हिम्मत जुटाकर बुधवार को पीड़िता दिल्ली स्थित फतेहपुर थाने पहुंची।
पीड़िता ने यहां उसने बाबा व उसके चेलों व महिला के खिलाफ शिकायत दी। शिकायत मिलने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने छानबीन शुरू की। जांच के बाद मामला दर्ज कर लिया गया। पुलिस सूत्रों की मानें तो बाबा से जब मामले में पूछताछ करने का प्रयास किया तो उन्होंने इसमें सहयोग नहीं किया। फिलहाल बाबा राजस्थान में मौजूद हैं। अब दक्षिण जिले के डीआईयू पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
पीड़िता ने पत्र में लिखा, मुझे नहीं पता शिकायत के बाद मेरा क्या होगा। शायद आप लोगों के बीच में मैं न रहूं, मगर औरों की जिंदगी बर्बाद न हो। आज आपसे उस बारे में शिकायत करने जा रही हूं, जिसे डर के कारण, पारिवारिक खात्मे के डर से हिम्मत न कर सकी। मगर अब घुट-घुट कर जिया नहीं जाता। भले मेरी जान क्यों न चली जाएं, जिसकी मुझे पूरी आशंका है। फिर भी मरने से पहले यह सच सबके सामने लाना चाहती हूं.... मेरे साथ दाती मदनलाल राजस्थानी ने अपने सहयोगी श्रद्धा उर्फ नीतू, अशोक, अर्जुन, नीमा जोशी के साथ मिलकर 9 जनवरी 2016 को दिल्ली स्थित आश्रम श्री शनि तीर्थ, असोला फतेहपुर बेरी में रेप, कुकर्म किया।
यह तब हुआ जब मुझे ‘चरण सेवा' के लिए श्रद्धा उर्फ नीतू के द्वारा दाती मदनलाल राजस्थानी के पास ले जाया गया। मेरे प्राइवेट पार्ट में ...... किया गया। उस रात चीखती-चिल्लाती, दर्द से कराहती रही। यही चीजें मेरे साथ 26, 27, 28, मार्च 2016 को राजस्थान स्थित गुरुकुल, सोजत शहर, जिला पाली में दाती मदनलाल राजस्थानी ने दोहराईं। अनिल व श्रद्धा ने इस घटना को अंजाम देने के लिए दाती मदनलाल राजस्थानी का भरपूर साथ दिया। अनिल ने भी यही सब किया। इन दोनों घटनाओं में मेरे शरीर के हर हिस्से को जानवरों की तरह नोंचा गया। ये सब मेरे साथ ‘चरण सेवा' के नाम पर किया गया।