नई दिल्ली। बीजेपी अपने सांसदों-विधायकों के लिए तय की गई उम्र की बंदिश को तोड़ते हुए वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को 2019 के लोकसभा चुनाव में खड़ा कर सकती है। बांग्ला अखबार ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि आडवाणी अगला लोकसभा चुनाव भी लड़ें। इस रिपोर्ट के मुताबिक, मुरली मनोहर जोशी जैसे दूसरे वरिष्ठ नेताओं को भी पार्टी आगामी चुनाव में उतार सकती है।
अखबार ने अपनी रिपोर्ट में बताया, 'हाल ही में पीएम मोदी ने 90 वर्षीय आडवाणी से दिल्ली के पृथ्वीराज रोड पर स्थित उनके आवास पर जाकर मुलाकात भी की। वहीं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी यह प्रस्ताव लेकर उनसे मिलने गए थे। 'आडवाणी ने पिछले लोकसभा चुनाव में गुजरात की गांधीनगर सीट से जीत दर्ज की थी, हालांकि उसके बाद वह पार्टी में हाशिये पर ही हैं। आडवाणी और जोशी को बीजेपी संसदीय बोर्ड में भी जगह नहीं दी गई।
उन दोनों पार्टी के मार्गदर्शक मंडल में भेज दिया गया, जिसमें उनके अलावा पीएम मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और अमित शाह भी शामिल हैं।ऐसे में बुजुर्ग हो चुके नेताओं को लेकर बीजेपी की रणनीति के पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि पार्टी उम्मीदवारों की उम्र की जगह उनकी जीत की संभावनाओं को ध्यान में रखा जा रहा है।
पिछले महीने संपन्न हुए कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने अपने सीएम बीएस येदियुरप्पा के लिए उम्र की इस बंदिश में ढील दी थी। यह ताजा घटनाक्रम ऐसे वक्त सामने आया है, जब एनडीए के कुछ सहयोगी बीजेपी से नाराज हैं। चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी जहां एनडीए से अलग हो गई, वहीं शिवसेना और जेडीयू भी अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं उधर बीजेपी विरोधी दल राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन की कोशिशों तेज करते दिख रहे हैं।