श्रीनगर। उत्तर कश्मीर के बारामुला जिला में गत रात आतंकी संगठन लश्कर-ए-तेयबा के मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने चार आतंकियों समेत कुल दस लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनके साथ पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि उत्तर कश्मीर में लश्कर हिंसा के लिए लोगों को उकसा रहा है।
आतंकी संगठन की नापाक साजिश का खुलासा बारामुला पुलिस द्वारा गत दिनों पकड़े गए लश्कर के चार आतंकियों और नौ ओवरग्राउंड वर्करों से पूछताछ के दौरान हुआ है। पकड़े गए चार आतंकियों में से दो को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के दौरान पकड़ा है। इस दौरान पकड़े गए आतंकियों को पुलिस ने मीडिया के सामने पेश किया।
गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए उत्तरी कश्मीर के डीआईजी ने बताया कि पुलिस ने इस आतंकी संगठन को मदद पहुंचाने वाले छह लोगों को भी गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास इस बात के गंभीर सबूत है कि उत्तरी कश्मीर में आतंकी संगठन लश्कर हिंसा के लिए लोगों को उकसा रहा है।
बताया जा रहा है कि इस माडयूल का फरार सरगना सहुैब पिछले साल पासपोर्ट के आधार पाकिस्तान गया था। वहां उसने लश्कर के ट्रेनिंग कैंप में आतंकी ट्रेनिंग ली और वाघा बार्डर के रास्ते वापस बारामुला पहुंचा और फिर वह लश्कर का सक्रिय आतंकी बन गया। उसके साथ एक पाकिस्तानी आतंकी अबु माज जोकि हाजिन व उसके साथ सटे इलाकों में सक्रिय है, के अलावा नदीम उर्फ ओसामा को स्थानीय लोगों, कुछ राजनीतिक नेताओं व कार्यकतार्ओं की हत्या का जिम्मा सौंपा गया है।
तीन स्थानीय लोगों की हत्या
गौरतलब है कि गत 30 अप्रैल की रात को बारामुला के खानपोरा इलाके में आतंकियों ने तीन युवकों हसीब नबी खान, इरफान अहमद शेख उर्फ आसिफ शेख और मोहम्मद असगर उर्फ फसार खान की हत्या कर दी थी। इन तीन में से दो युवकों को लश्कर ने वर्ष 2016 में एक वीडियो जारी कर मौत के घाट उतारने की धमकी दी थी।
जिंदा पकड़े गए आतंकी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बारामुला इम्तियाज हुसैन मीर ने बुधवार को बताया तीन युवकों की हत्या के बाद हमने बारामुला और इसके साथ सटे सभी इलाकों में विशेष अभियान चलाया। हाजीबल और द्रंगबल पर विशेष निगरानी रखी गई और फिर हमने गत सप्ताह द्रंगबल में एक तलाशी अभियान छेड़ा। जवानों को अपने ठिकाने की तरफ आते देख आतंकियों ने फायर किया था। इस पर वहां एक मुठभेड़ हुई, लेकिन किसी तरह हमने एक आतंकी को जख्मी हालत मे धरदबोचा, जबकि उसके अन्य साथी भाग निकले।
पकड़े गए आतंकी का उपचार कराते हुए आतंकी ठिकाने की तलाशी ली। यह ठिकाना चार आतंकियों द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा था। इस ठिकाने से हथियार व अन्य साजो सामान जब्त करने के बाद इसे नष्ट कर दिया गया। अन्य आतंकियों को पकड़ने की कार्रवाई जारी रखी गई। कुछ ही देर में हमने मुठभेड़स्थल से भागे एक अन्य आतंकी बिलाल अहमद नजार उर्फ समीर पुत्र गुलाम अहमद नजार निवासी बंगलाबाग बारामुला को सिख समुदाय के श्मशान घाट के पास हुई एक संक्षिप्त मुठभेड़ में पकड़ा।
कबूल किया अपराध
पूछताछ में इन दोनों आतंकियों ने 30 अप्रैल को हुई तीन युवकों की हत्या में अपनी संलिप्तता कबूल करते हुए बताया कि लश्कर कमांडर का आदेश था। इसके साथ ही इन लोगों ने बताया कि अपने तीन अन्य साथियों सुहैब फारुक अखून उर्फ अबु हुरैरा पुत्र फारुक अहमद अखून निवासी खानपोराए एजाज अहमद गोजरी उर्फ अबु उमैर पुत्र अब्दुल रहमान निवासी जामी मोहल्ला बारामुला और बिलाल अहमद नजार उर्फ समीर पुत्र गुलाम अहमद नजार निवासी बंगलाबाग के नाम बताए। एजाज और बिलाल को भी उनके ठिकानों से पकड़ लिया गया, लेकिन सुहैब फारुक अभी फरार है।