नई दिल्ली। भारतीय रेलवे दिल्ली-मुंबई हाईस्पीड कॉरिडोर के दोनों ओर साउंडप्रूफ दीवार बनाने पर विचार कर रहा है। सुरक्षा के लिहाज से इस दीवार का बनना जरूरी है, लेकिन रेलवे इस अतिरिक्त खर्च की लागत निकालने के लिए इन दीवारों के दोनों ओर विज्ञापन लगाने का प्रस्ताव रखा है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार रेलवे बनी-बनाई दीवारें न्यूनतम कीमत पर हासिल करने के लिए ठेकेदारों से बातचीत कर रहा है।
करीब 1384 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मुंबई हाईस्पीड कॉरिडोर की योजना पर जोर-शोर से काम चल रहा है।
11 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली इस परियोजना में दीवार बनाने में ही करीब 2,200 करोड़ का खर्च आने का अनुमान है। इस परियोजना को हाईस्पीड जोन में बदलने के लिए पहला कदम दोनों ओर ऊंची दीवारें बनाना ही होगा। इसके पायलट प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। इन दीवारों के निर्माण की शुरुआत घने बसे शहरी इलाकों से ही की जाना है। दीवार बनाने का मकसद रेलवे ट्रैक की सुरक्षा, मवेशियों और लोगों की आवाजाही से व्यवधान और जमीन पर कब्जे को रोकना है।