नई दिल्ली। वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ का कहना है कि देश में बने हलके लड़ाकू विमान तेजस का कोई जोड़ नहीं है। पाकिस्तान का सिंगल इंजन वाला लड़ाकू विमान जेएफ-17 इसके सामने कहीं नहीं ठहरता। एयर चीफ मार्शल ने जेएफ-17 को वर्तमान का तो तेजस को भविष्य का लड़ाकू विमान बताया। राजधानी में एक समारोह को संबोधित करते हुए एयर चीफ मार्शल धनोआ ने उक्त टिप्पणी की। उनका कहना था एक एविएशन जर्नल में इस बारे में अच्छा आर्टिकल छपा है।
इसमें लेखक ने बताया है कि जेएफ-17 तकनीकी रूप से उतना उन्नत नहीं है, जितना तेजस है। इसलिए जेएफ-17 को वर्तमान का लड़ाकू विमान बताया गया, जबकि विशेषज्ञ तेजस को भविष्य का लड़ाकू विमान मानते हैं। इसके कई सिस्टम काफी उम्दा हैं। वायुसेना प्रमुख के अनुसार तेजस की उत्कृष्टता इस बात पर निर्भर करेगी कि हम उसे किस तरह से लैस करते हैं।
उम्मीद है भविष्य में वह एक कारगर लड़ाकू विमान के तौर पर अपनी पहचान बनाने में सफल होगा। ध्यान रहे कि जेएफ-17 एक सिंगल इंजन हलका लड़ाकू विमान है, जिसे चीन और पाकिस्तान ने संयुक्त रूप से मिलकर तैयार किया है, जबकि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित तेजस लड़ाकू विमान को भारतीय वायुसेना में जुलाई 2916 में शामिल किया गया। इस महीने हुए संयुक्त युद्धाभ्यास गगन शक्ति 2018 में भी तेजस ने अपनी युद्धक क्षमता का बखूबी प्रदर्शन किया।