कोलकाता। सीरिया पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हमले किए जाने के विरोध में कोलकाता में रविवार को ट्रंप का पुतला फूंका गया। जहां सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर आॅफ इंडिया (कम्यूनिस्ट) कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ नारे लगाए। इस दौरान एसयूसीआई के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
फ्रांस और ब्रिटेन का मिला साथ- अमेरिका के राष्ट्रपति ने सीरिया पर मिसाइल हमले का आदेश दिया था। इसमें उसके साथ फ्रांस और ब्रिटेश भी शामिल हैं। शनिवार को सीरिया पर अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन से संयुक्त रूप से मिसाइल हमला किया। हमलों के बाद सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने ट्वीट कर कहा कि अच्छी आत्माओं को दबाया नहीं जा सकता है। सीरिया के कस्बे दूमा में हुए केमिकल हमले की प्रतिक्रिया के रूप में यह हमले किए गए हैं।
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने देश के नाम दिए संबोधन में कहा था कि फ्रांस और ब्रिटेन की सेनाओं के साथ सशस्त्र आॅपरेशन चल रहा है। बकौल ट्रंप- सीरिया की सरकार रासायनिक हथियार बनाने के ठिकानों पर हमले के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद रासायनिक हथियारों के प्रयोग पर अकुंश लगाना है। ट्रंप ने सीरिया के राष्ट्रपति के बारे में कहा कि यह किसी इंसान के नहीं बल्कि शैतान का अपराध है।
पिछले हफ्ते हुआ था सीरिया के डूमा में रासायनिक हमला- गौरतलब है कि पिछले हफ्ते सीरिया के डूमा में रासायनिक हमला हुआ था। जिसकी चपेट में करीब 500 लोग आए थे। अमेरिकी प्रशासन ने इसके आरोप सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद पर लगाए थे। ब्रिटेन के पीएम टेरीजा ने भी सीरिया पर हमले की बात करते हुए कहा कि हमारे पास शक्ति प्रयोग के अलावा कोई और विकल्प नहीं था और इस हमले का मतलब सत्ता परिवर्तन नहीं है।