नई दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्रेनों में भोज्य पदार्थों की आपूर्ति करने वाले वेंडरों से आज मुलाकात की और उन्हें साफतौर पर चेतावनी दी कि वे खाने की खराब गुणवत्ता, ग्राहकों से कम मात्रा देकर ज्यादा पैसा ऐंठने, वेटरों के दुर्व्यवहार या टिप मांगे जाने जैसी शिकायतों को अगर नहीं रोक पाये तो उनका ठेका रद्द करके उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।
रेल मंत्री ने यहां रेलभवन में शाम को खानपान वेंडरों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करके गाड़यिों में खानपान सेवाओं को सुधारने के बारे में गहन विचार मंथन किया। आधिकारिक जानकारी के अनुसार गोयल यात्रियों के साथ भ्रष्टाचार एवं धोखाधड़ी की घटनाओं को लेकर वेंडरों के साथ सख़्ती से पेश आये तथा इसके साथ ही उन्होंने वेंडरों की जायज समस्याओं के समाधान का भी आश्वासन दिया। बैठक में भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के अधिकारी भी मौजूद थे।
वेंडरों ने रेल मंत्री के समक्ष महंगाई बढ़ने के बावजूद 2012 से राजधानी शताब्दी गाड़यिों में भोजन का दाम नहीं बढ़ाने, पेंट्री कार में उपकरणों के ढंग से काम नहीं करने, विमान सेवाओं की तर्ज पर खानपान सेवाएं दिए जाने जैसे मुद्दे उठाये। इस पर श्री गोयल ने कहा कि खानपान सेवाओं के ठेकेदार भ्रष्टाचार करते हैं और ग्राहकों को लूटते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि केवल मान्य वस्तुओं को तय मात्रा एवं कीमत पर ही परोसा जाना चाहिए।
रेल मंत्री ने पेंट्रीकार में उपकरणों की उपलब्धता और प्रशासनिक मामलों जैसी वेंडरों की मांगों को संज्ञान में लिया और अधिकारियों से उसका समाधान करने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी माना की ठेकेदार, रेलवे एवं आईआरसीटीसी तीनों की यात्रियों को अच्छा खानपान सुलभ कराने के लिए महत्वपूर्ण साझीदार हैं।
उन्होंने कहा कि रेलवे गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोगों की सेवा के लिए अग्रणी है और इसलिए खानपान सेवाओं की गुणवत्ता की कमी से समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि गड़बड़ी एवं भ्रष्टाचार करने वाले ठेकेदारों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा और रेलवे इसके लिए एक नीति बनाएगी।
उन्होंने कहा कि वेटरों या सर्विस एजेंटों की काउंसलिंग की जाये और उन्हें चेताया जाय कि वे टिप नहीं मांगें। अगर वे दोषी पाये गये तो उन्हें ना केवल ट्रेन से उतार दिया जाएगा बल्कि उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने खानपान सामग्री की उचित बिलिंग करने एवं पीओएस मशीन से कैशलेस भुगतान लेने की भी नसीहत दी। रेल मंत्री रेडी टू ईट खाने का प्राथमिकता देने की बात कही।