नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने सभी सांसदों संग 12 अप्रैल को एक दिन के उपवास पर रहेंगे। भाजपा द्वारा यह उपवास संसद के बजट सत्र में हंगामे के खिलाफ आयोजित किया गया है। इससे पहले 9 अप्रैल को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं संग राजघाट पर सांकेतिक उपवास किया था। हालांकि, कुछ पार्टी नेताओं के छोले-भटूरे खाते फोटो वायरल होने के बाद कांग्रेस की काफी किरकिरी भी हुई।
कांग्रेस पार्टी के उपवास की तरह किसी भी उपहास से बचने के लिए बीजेपी ने अपने सांसदों के लिए कड़े नियम कायदे तय किए हैं, ताकि सामाजिक, राजनीतिक और संसद में विपक्ष के गतिरोध के खिलाफ होने वाले इस उपवास कार्यक्रम में किसी भी तरह की शर्मिंदगी से बचा जा सके।
आपको बता दें कि संसद का बजट सत्र 22 दिन बिना किसी काम के समाप्त हो गया। इसके बाद अब भाजपा और कांग्रेस ने उपवास की राजनीति की तरफ कदम बढ़ाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार 6 अप्रैल को हुई भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर बंटवारे की राजनीति का आरोप लगाया।
साथ ही घोषणा की कि कांग्रेस द्वारा बजट सत्र के दौरान संसद में पैदा गए गतिरोध के खिलाफ भाजपा 12 अप्रैल को पूरे देश में उपवास रखेगी। बैठक की जानकारी देते हुए संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार बोले की प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि जहां सत्ताधारी दल जोड़ने की राजनीति कर रहा था वहीं विपक्षी दल तोड़ने की राजनीति में लगे थे।