पेरिस। पेरिस ओलंपिक 2024 खेलों में चालीस स्वर्ण पदक के साथ चीन ने दबदबा कायम रखा वहीं अमेरिका 38 स्वर्ण पदक के साथ दूसरे स्थान रहा। वहीं कुल पदकों के मामले में अमेरिका 124 पदकों के साथ एकमात्र शतकवीर रहा। चीन ने पेरिस खेलों में सर्वाधिक 40 स्वर्ण, 27 रजत और 24 कांस्य पदकों सहित कुल 91 पदक जीते है। इसी तरह अमेरिका 38 स्वर्ण, 44 रजत और 42 कांस्य सहित कुल सर्वाधिक 124 पदक के साथ पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा। इसके बाद तीसरे स्थान पर जापान ने 20 स्वर्ण , 12 रजत एवं 13 कांस्य पदक के साथ कुल 45 पदक जीते। चौथे पायदान पर रहते हुए ऑस्ट्रेलिया ने कुल 53 पदक जीते जिनमें 18 स्वर्ण , 19 रजत एवं 16 कांस्य पदक है।
इसी तरह मेजबान फ्रांस 16 स्वर्ण , 25 रजत एवं 22 कांस्य पदक के साथ पांचवे स्थान पर रहा। छठे स्थान पर रहते हुए नीदरलैंड ने 15 स्वर्ण , सात रजत एवं 12 कांस्य पदक के साथ कुल 34 पदक जीते। ग्रेट ब्रिटेन 14 स्वर्ण 22 रजत एवं 29 कांस्य पदक के साथ 65 पदक जीतकर सातवें स्थान पर , दक्षिण कोरिया 13 स्वर्ण , नौ रजत एवं 10 कांस्य पदकों के साथ कुल 32 पदकों के साथ आठवें स्थान पर रहा।
इटली 12 स्वर्ण , 13 रजत एवं 15 कांस्य पदकों के कुल 40 पदक जीतकर नौवें स्थान एवं जर्मनी 12 स्वर्ण , 13 रजत एवं आठ कांस्य के साथ कुल 33 पदक जीतकर दसवें स्थान पर रहा। भारत पदक तालिका में कुल छह पदकों के साथ 71वें स्थान पर रहा है। भारत ने एक रजत एवं पांच कांस्य पदक जीते है। टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत को कुल सात पदक मिले थे। भारत के लिए पेरिस 2024 में निशानेबाजी में मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में कांस्य पदक जीतकर देश को पहला पदक दिलाया। इस तरह वह ओलंपिक निशानेबाजी में भारत की पहली पदक विजेता बन गईं। फाइनल में वह दक्षिण कोरिया की ओह ये जिन और किम येजी से पीछे रहीं। मनु भाकर ने पेरिस 2024 ग्रीष्मकालीन खेलों में इतिहास रच दिया और वह एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बन गईं। महिलाओं की व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने के कुछ दिनों बाद उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। इन दोनों ने टीम पदक के लिए दक्षिण कोरियाई प्रतिद्वंद्वियों को हराया।
इसी तरह निशानेबाज स्वप्निल कुसाले ने पेरिस 2024 में भारत के लिए तीसरा पदक जीता। इसी के साथ भारत ने ओलंपिक में किसी एक संस्करण में देश के लिए शूटिंग में सबसे अधिक पदक जीते। उन्होंने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। इन तीन पदकों ने लंदन 2012 में निशानेबाजी में जीते गए भारत के दो पदकों के प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया। हालांकि, यह ओलंपिक में 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन शूटिंग इवेंट में पहला पदक था। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक मैच में स्पेन को 2-1 से हराकर ओलंपिक में अपना लगातार दूसरा पदक जीता। यह भारतीय हॉकी का 1968, 1972 और 2020 खेलों के बाद चौथा ओलंपिक कांस्य पदक था और उनका कुल मिलाकर 13वां ओलंपिक पदक। पेरिस में भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह कुल दस गोल किए।
मौजूदा विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा पेरिस 2024 ओलंपिक में पुरुष भाला फेंक फाइनल में अपने टोक्यो 2020 खिताब का बचाव करने से ज़रूर चूक गए लेकिन 89.45 मीटर का थ्रो करके रजत पदक जीता, जो उनके करियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ थ्रो है। वह ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले स्वतंत्र भारत के पहले ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बन गए। अमन सहरावत ने पेरिस 2024 में पुरुषों की 57 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में भारत के लिए लगातार दूसरा ओलंपिक पदक जीता। भारतीय पहलवान ने कांस्य पदक मुकाबले में प्यूर्टो रिको के डेरियन क्रूज को 13-5 से हराया। कांस्य पदक मैच से पहले अमन ने पेरिस ओलंपिक में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था, जिसमें पूर्व विश्व चैंपियन अल्बानिया के ज़ेलिमखान अबकारोव पर जीत भी शामिल थी। 21 साल 24 दिन के अमन सहरावत ओलंपिक में भारत के सबसे कम उम्र के पदक विजेता रहे।