मुंबई। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम गेब्रेयेसस ने कहा है कि अमीर देशों में युवा तथा स्वस्थ लोगों को गरीब देशों में बुजुर्ग लोगों से पहले कोविड-19 टीके लगाना 'ठीक नहीं' है। जेनेवा में स्थित डब्ल्यूएचओ के मुख्यालय में संगठन की एक सप्ताह तक चलने वाली कार्यकारी बोर्ड की बैठक की शुरुआत करते हुए गेब्रेयेसस ने इस बात पर रोष प्रकट किया कि एक गरीब देश को टीके की मात्र 25 खुराकें प्रदान की गईं जबकि लगभग 50 अमीर देशों में 3 करोड़ 90 लाख से अधिक लोगों को खुराकें दी जा चुकी हैं।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा, 'सबसे गरीब देश को न 2 करोड़ 25 लाख, न 25 हजार बल्कि मात्र 25 खुराकें प्रदान की गईं। मैं बिल्कुल साफ-साफ शब्दों में यह बात कह रहा हूं।' हालांकि उन्होंने उस देश का नाम नहीं बताया, जिसकी वह बात कर रहे थे।
बता दें कि अमेरिका, भारत, चीन, रूस, ब्रिटेन, कनाडा, इजरायल, सऊदी अरब आदि तमाम देशों में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो चुकी है। सभी देशों में प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना वॉरियर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स, बुजुर्गों और जिन्हें इसकी सबसे पहले जरुरत है, उन्हें पहले टीका लगाया जा रहा है।