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सेना के करिश्मायी कार्य से देश का मस्तक ऊंचा : राजनाथ

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jan 17 2021 12:15AM | Updated Date: Jan 17 2021 12:15AM
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लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि इंडो चाइना स्टैंड आफ के दौरान भारतीय सेना ने करिश्मायी काम किया है जिससे न सिर्फ पूरे देश का हौसला बढ़ा है बल्कि देश का मस्तक ऊंचा हुआ है। सिंह ने यहां 435 करोड़ की लागत से बनने वाले न्यू कमांड हास्पिटल का भूमि पूजन और शिलान्यास करने के बाद कहा कि इंडो चाइना स्टैंड ऑफ के दौरान भारतीय सेना ने करिश्माई काम किया है, जिससे पूरे देश का हौसला बढ़ा है और देश का मस्तक ऊंचा हुआ है। इस मौके पर थल सेनाध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद थे।

उन्होने कहा कि बीता साल बाधाओं का साल था जबकि नया साल समाधान का साल साबित होगा। पिछला साल निराशा से भरा था जबकि यह साल उत्साह का संचार करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की यात्रा पर निकल पड़ा है और नया कमांड अस्पताल उस यात्रा की एक कड़ी है। करीब 17 एकड़ क्षेत्रफल में बनने वाला यह अस्पताल 788 बिस्तरों का होगा ज­सिमें 100 इमरजेंसी बेड अलग से होंगे। छह हजार जवान और उनके परिवारों के अलावा सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों को अस्पताल से फायदा मिलेगा। 

न्यू कमांड हॉस्पिटल में नर्सिंग और डेंटल के चिकित्सक प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। यह अस्पताल तीन से चार साल में बनकर तैयार हो जायेगा। लखनऊ के सांसद ने कहा कि पिछले 20 सालों से न्यू कमांड अस्पताल की जरूरत समझी जाने लगी थी लेकिन किसी न किसी वजह से इसका निर्माण कार्य टलता जा रहा था। कभी प्रोसीजर डिले तो कभी बजट की दिक्कतें सामने आ रही थी लेकिन अब सभी बाधाएं दूर कर ली गई हैं। पर्यावरण के लिहाज से यहां लगे वृक्षों को काटने की बजाय रिलोकेट किया जा रहा है।

उन्होने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन का काम आज देश भर में शुरू हो गया है। देश के वैज्ञानिकों ने दो स्वदेशी वैक्सीन बना ली है जबकि चार वैक्सीन और आने वाली है। इससे न सिर्फ देश में वैक्सीनेशन में मदद मिलेगी बल्कि अन्य देशों में वैक्सीन का निर्यात बढाया जा सकेगा। भारत की परंपरा रही है कि हम न सिर्फ अपना ध्यान रखते है बल्कि पूरे विश्व को भी परिवार मानकर उसकी मदद को तैयार रहते है। वसुदैव कुटुंबकम की सोच हमारे ऋषि मुनियो की दी है जिसका निर्वहन हम आज भी कर रहे है।

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