सागर द्वीप। मकर संक्रांति के मौके पर गुरुवार को बंगाल की खाड़ी में गंगा के संगम गंगासागर में देश भर से आए हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र स्रान किया। कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में कड़े स्वास्थ्य सुरक्षा प्रोटोकाल का श्रद्धालुओं ने पालन किया। श्रद्धालु सुबह से गंगा के किनारे एकत्र हो गये थे और ठंड एवं सर्द हवाओं की परवाह न करते हुए नदी में डुबकी लगायी। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए घाटों पर काफी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी। बनर्जी ने ट्वीट किया , ‘‘ मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर सभी को शुभकामनाएं।
लाखों की संख्या मे श्रद्धालु आज गंगासागर में पवित्र स्रान करेंगे। सारे तीरथ बार-बार , गंगासागर एक बार।’’ एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण इस बार गंगासागर आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या कम रही। उन्होंने कहा कि हमलों अथवा किसी अनहोनी घटना को टालने के गंगासागर तट पर कल रात से सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। काफी संख्या में तटरक्षक बल और पुलिस क्षेत्र में तैनात हैं। पूरे क्षेत्र की निगरानी के लिए हेलीकॉप्टर, मशीनीकृत नावें और होवरक्राफ्ट भी तैनात किए गए हैं।
कोलकाता से करीब 150 किलोमीटर दूर दक्षिणी 24 परगना जिले में संक्रांति के मौके पर 13 से 15 जनवरी तक गंगासागर मेला का आयोजन किया जाता है। यहां कपिल मुनि मंदिर में नारियल का प्रसाद चढ़ाया जाता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि मकर संक्रांति के दिन पवित्र गंगा में एक डुबकी से जीवन भर के पाप धुल जाते हैं। गंगासागर स्रान के लिए एक युवक ने कहा , ‘‘ ऐसी मान्यता है कि अन्य तीर्थों की चाहे जितनी बार भी यात्रा कर ली जाये , गंगासागर आए बिना व्यक्ति की आध्यात्मिक यात्रा पूरी नहीं होती। कहा भी गया है कि ‘सारे तीरथ बार-बार, गंगा सागर एक बार’ और यही कारण है कि हम यहां आये हैं। ’’ कोलकाता महानगर में मकर संक्रांति के मौके पर श्रद्धालुओं ने हुगली में पवित्र स्रान और अनुष्ठान किये।