नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के गांधी नगर में आयोजित हो रहे विश्व आलू सम्मेलन का उद्धाटन किया। उन्होंने दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा इस सम्मेलन की शुरुआत की और किसानों-प्रतिनिधियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में खेती के तमाम प्रयासों में हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात बीते दो दशकों में आलू के एक्सपोर्ट और उत्पादन का हब बनकर उभरा है। बीते 10 साल में जहां भारत में आलू का उत्पादन 20 फीसदी की दर से बढ़ा है, वहीं गुजरात में यह 170 फीसदी की दर से बढ़ा है। यह पिछले दशकों की राज्य सरकार की नीतिगत निर्णयों और सिंचाई की सुविधाओं की वजह से हो पाया है।
इस सम्मेलन के प्रमुख मुद्दों में पौध रोपण सामग्री, आपूर्ति श्रृंखला की कमी, खेती के बाद होने वाले नुकसान, प्रसंस्करण बढ़ाने की आवश्यकता, निर्यात और विविध उपयोग तथा आवश्यक नीतिगत सहायता - यानी लंबी दूरी के परिवहन, निर्यात संवर्धन के लिए उत्पादन और प्रमाणित बीजों का इस्तेमाल शामिल हैं। विश्व आलू सम्मेलन का आयोजन भारतीय आलू एसोसिएशन (आईपीए) ने दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, शिमला स्थित आलू अनुसंधान संस्थान और पेरू के अंतरराष्ट्रीय आलू केन्द्र (सीआईपी) के सहयोग से किया है।