नई दिल्ली। भारत बॉयो फ्यूल के क्षेत्र में ब्राजील के साथ एक महत्वाकांक्षी करार करने जा रहा है और इसके तहत दोनों देश खनिज ईंधन में एथेनाल को मिलाने एवं दक्षता बढ़ाने के साथ प्रदूषण कम करने के बारे में सहयोग बढ़ाएंगे। दोनों देशों के बीच इस करार समेत कई महत्वपूर्ण समझौतों पर शनिवार को हस्ताक्षर किये जाएंगे जब ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक होगी। बोल्सोनारो इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि हैं और वह 24 से 27 जनवरी तक भारत की यात्रा पर यहां आ रहे हैं।
ब्राजील के राष्ट्रपति की यात्रा के बारे में विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) विजय ठाकुर सिंह ने यहां संवाददाताओं को यह जानकारी दी। बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने ब्राजील के साथ तेल एवं गैस तथा खनिज क्षेत्र समेत चार क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने संबंधी समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर के लिए मंजूरी प्रदान की। सिंह ने कहा कि ब्राजील प्राकृतिक संसाधनों, खनिजों, तेल एवं गैस से समृद्ध देश है। यह एथेनॉल का अग्रणी उत्पादक देश है और इस क्षेत्र में तकनीकी रूप से भी अत्यंत सशक्त है। उन्होंने बताया कि भारत ब्राजील के साथ सहयोग के अनेक समझौतों पर हस्ताक्षर करेगा जिनमें एक करार इस क्षेत्र में भी होगा।
भारत की राष्ट्रीय बॉयो फ्यूल नीति है और ब्राजील का रेनोवा बॉयो कार्यक्रम है और इन दोनों में पेट्रोलियम पदार्थों में एथेनॉल का मिश्रण किया जाता है। करार के अनुसार भारत इस क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के बारे में जानकारी भी हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा दोनों देशों के बीच तेल, गैस एवं खनिजों के उत्खनन, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, स्वास्थ्य एवं अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाया जाएगा। भारत एवं ब्राजील के बीच द्विपक्षीय कारोबार 8.2 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है जिसमें 3.8 अरब डॉलर का निर्यात एवं 4.4 अरब डॉलर का आयात करता है। ब्राजील में भारत का निवेश 3.5 अरब डॉलर का है जबकि भारत में ब्राजील का निवेश करीब एक अरब डॉलर है।
ब्राजील के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के कार्यक्रम के बारे में सिंह ने बताया कि बोल्सोनारो 24 जनवरी को नई दिल्ली आएंगे। उनके साथ वहां के आठ मंत्री एवं चार सांसद, ब्राजीलियाई संसद में भारत-ब्राजील मैत्री समूह के अध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल भी आएगा। उनका आधिकारिक कार्यक्रम 25 जनवरी को होगा। राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में रस्मी स्वागत किया जाएगा। वह राजघाट में महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। दोपहर में हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक के बाद समझौतों पर हस्ताक्षर किये जाएंगे एवं प्रेस वक्तव्य होंगे।
उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू तथा विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर भी बोल्सोनारो से मुलाकात करेंगे। शाम को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद बोल्सोनारो के सम्मान में भोज आयोजित करेंगे। इस मौके पर वह राष्ट्रपति कोविंद से वार्ता करेंगे। अगले दिन वह 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे और राष्ट्रपति एट होम में भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि अगले दिन 27 जनवरी को वह मोदी के साथ भारत ब्राजील बिजनेस फोरम की बैठक में शामिल होंगे और उसके बाद आगरा जाएंगे। ताजमहल के भ्रमण के बाद वह आगरा से ही स्वदेश रवाना हो जाएंगे।
इससे पहले वर्ष 2016 में गोवा में आयोजित हुए आठवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल तेमेर ने भारत का दौरा किया था जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने नवंबर 2019 में ब्राजील की राजधानी ब्राजिलिया में आयोजित हुए 11 वें शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था। राष्ट्रपति बोल्सोनारो का यह पहला भारत दौरा है। इससे पहले 1996 तथा 2004 में ब्राजील के राष्ट्रपति हमारे गणतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए थे।