नई दिल्ली। देशभर में नागरिकात संशोधन कानून का विरोध जारी है। वहीं इस बीच सीएए के मुद्दे पर बीजेपी नेता सीके बोस ने कहा कि मैंने अपने पार्टी नेतृत्व को सुझाव दिया है कि अगर हम थोड़ा सा संशोधन करते हैं तो यह आंदोलन खत्म जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें किसी धर्म का जिक्र नहीं करना चाहिए। हमारा दृष्टिकोण अलग होना चाहिए।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे विरोध पर बीजेपी नेता सीके बोस ने कहा, "मैंने अपने पार्टी नेतृत्व को सुझाव दिया है कि अगर हम थोड़ा सा संशोधन करते हैं तो यह आंदोलन खत्म जाएगा। हमें खास तौर से यह बताने की जरूरत है कि यह उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों के लिए है। हमें किसी धर्म का जिक्र नहीं करना चाहिए। हमारा दृष्टिकोण अलग होना चाहिए।
सीके बोस ने आगे कहा कि बिल जब कानून बन जाता है तो यह राज्य सरकारों के लिए बाध्यकारी है। यह कानूनी स्थिति है, लेकिन एक लोकतांत्रिक देश में आप देश के नागरिकों पर कोई भी कानून थोप नहीं सकते है। उन्होंने कहा कि हमारा काम लोगों को यह समझाना है कि हम सही हैं और वे गलत हैं। बीजेपी नेता ने कहा कि आप किसी को गाली नहीं दे सकते हैं। आज हमारे पास संख्या है, सिर्फ इसलिए हम डर की राजनीति नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि आइए हम सीएए के लाभों के बारे में लोगों को बताते हैं।"