कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को यहां राजभवन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और नागरिकता संशोधन (सीएए),राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) का विरोध जताते हुए उसे वापस लेने के लिए पुनर्विचार करने का अनुरोध किया। बनर्जी ने प्रधानमंत्री के राजभवन पहुंचने पर उनसे 20 मिनट से अधिक समय तक मुलाकात की। मोदी आज शाम को यहां पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा, हां, मैंने प्रोटोकॉल के तहत प्रधानमंत्री से शिष्टाचार मुलाकात की और केंद्र पर हमारे राज्य के 35 हजार करोड़ रुपये बकाया राशि के संबंध में उन्हें अवगत कराया।
बनर्जी ने कहा उन्होंने 55 हजार करोड़ रुपये की देनदारी और कर्ज चुकाने के बारे में मोदी को बताया, अभी भी हमें केंद्र से 35 हजार करोड़ रुपये मिलेंगे जिनमें से 28 हजार करोड़ रुपये हमारा हिस्सा है और सात हजार करोड़ बुलुबल आपदा राहत के तौर पर लेने हैं। बनर्जी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं को बताया, हम सीएए-एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ हैं। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि किसी को देश छोड़ना न पड़े। किसी पर भी अत्याचार नहीं होना चाहिए। सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, मैंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वह इन तीनों मुद्दों पर पुनर्विचार करें और उन्हें वापस लें।
उन्होंने कहा कि 35 हजार करोड़ रुपये बकाया के संबंध में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह कुछ आधिकारिक कार्यक्रमों में शहर में व्यस्त है और जब वह वापस लौटेंगे तो उनसे संपर्क करेंगे। सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विवादास्पद मुद्दों पर उन्होंने कहा कि जब वह दिल्ली आयेंगी तब उनसे बात करेंगे। राजभवन में प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद सुश्री बनर्जी एस्प्लेनेड में पार्टी की छात्र विंग की ओर से सीएए-एनआरसी-एनपीआर के विरोध में प्रदर्शन के लिए पहुंची।