श्रीनगर। हाल ही में भारतीय सेना के 28वें चीफ के तौर पर कमान संभालने वाले जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे गुरुवार को दुनिया के हाइएस्ट वॉर जोन सियाचिन पहुंचे। जनरल नरवाणे ने यहां पर वॉर मेमोरियल जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और तैनात सैनिकों से कुछ देर तक चर्चा भी की। जनरल नरवाणे ने 31 दिसंबर को देश के नए आर्मी चीफ की कमान संभाली है। उन्होंने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की जगह ली है।
सियाचिन के अलावा जनरल नरवाणे चीन से सटी लाइफ ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) भी जाएंगे। जनरल नरवाणे अपने दो दिनों के दौरे पर सेना की तैयारियों का जायजा लेंगे। सियाचिन बेस कैंप के अलावा वह कुछ और फॉरवर्ड पोस्ट्स का दौरा भी करेंगे। इसके अलावा कुछ और क्षेत्रों में भी जाएंगे। सेना प्रमुख का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब नवंबर माह में हिमस्खलन की दो अलग-अलग घटनाओं में छह जवान शहीद हो गए थे। इसके अलावा दो पोर्टरों की भी मौत हो गई थी।
सियाचिन पर तैनाती के दौरान अब तक करीब 1,000 सैनिक शहीद हो चुके हैं जिसमें से 35 से ज्यादा ऑफिसर्स रैंक के थे। अप्रैल 1984 से इस जगह पर सेना की तैनाती है। उस समय सेना ने पाकिस्तान के ऑपरेशन अबाबील के खिलाफ ऑपरेशन मेघदूत लॉन्च किया था। ऑपरेशन मेघदूत में सेना ने पाकिस्तान की सेना को सियाचिन से खदेड़ा था। पाक की सेना ने सियाचिन की पोस्ट्स पर अपना कब्जा कर लिया था। सियाचिन ग्लेशियर करीब 25,000 फीट की ऊंचाई पर है।