नई दिल्ली। पाकिस्तान में सिख समुदाय पर हो रहे हमलों के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के तत्वाधान में बजरंग दल, राष्ट्रीय सिख संगत, हिन्दू मंच एवं अन्य हिन्दू संगठनों ने मंगलवार को पाकिस्तान उच्चायोग के पास जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया और पाकिस्तान को चेतावनी दी कि उसने खुद के अस्तित्व पर संकट खड़ा कर लिया है। प्रदर्शन के मद्देनजर पाकिस्तान उच्चायोग के समीप दिल्ली पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई थी।
इस विरोध-प्रदर्शन में विहिप एवं बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। इस मौके पर विहिप कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि मुसलमानों के लिए जिस तरह से मक्का और मदीना पवित्र हैं उसी तरह हम लोगों के लिए ननकाना साहिब पवित्र है। ननकाना साहिब पर हुआ हमला हमारे सब्र का बांध तोड़ता है। हम याद कराना चाहते हैं जब पूर्वी पाकिस्तान में इसी तरह के अत्याचार हुए तो भारतीय सेना वहां प्रवेश कर गई। दो दिन में 90 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया।
इसके बाद पूर्वी पाकिस्तान बंगलादेश बन गया। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों से उस देश के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है। आलोक कुमार ने कहा कि पाकिस्तान के समाज में नफरत की दीवार है। यह केवल हिंदू और सिखों के खिलाफ नहीं है बल्कि यह नफरत अहमदियों, सुन्नी और शियाओं के भी खिलाफ है। यह पाकिस्तान में सभी लोगों के अस्तित्व का खतरा बन गई है। पुलिस द्वारा पाकिस्तान उच्चायोग जाने की अनुमति नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि हमने अपना विरोध व्यक्त कर दिया है।
हम पुलिस के लिए कानून-व्यवस्था की समस्या नहीं बनना चाहते। हमने संदेश दे दिया है। पाकिस्तान अल्पसंख्यकों की रक्षा करे। अन्यथा हमारे सब्र का बांध टूट सकता है। प्रदर्शन में मुख्य रूप से क्षेत्रीय संगठन मंत्री मुकेश, प्रांत अध्यक्ष कपिल खन्ना, कार्याध्यक्ष वागीश ईसर, प्रांत मंत्री बचन सिंह, प्रांत उपाध्यक्ष सुरेन्द्र गुप्ता, प्रांत संयोजक बजरंग दल श्याम कुमार, प्रचार प्रसार प्रमुख महेन्द्र रावत, मिलन प्रमुख कुलदीप चौहान सहित अनेक पदाधिकारियों ने भाग लिया तथा गिरफ्तारी भी दी।