चंडीगढ़। भारतीय सेना द्वारा वर्ष 1984 में चलाए गए 'ऑपरेशन मेघदूत' का नेतृत्व करने वाले सेना के लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) पीएन हून का सोमवार को देर रात पंचकूला स्थित सेना अस्पताल में निधन हो गया। 91 वर्षीय हून का पिछले कुछ दिनों से सेना के कमांड अस्पताल में इलाज चल रहा था। सेवानिवृत्त होने के बाद वह अपने परिवार समेत पंचकूला में ही रहते थे। उनका अंतिम संस्कार आज बाद दोपहर चंडीगढ़ में किया जाएगा। पीएन हून का जन्म पाकिस्तान के एबटाबाद में हुआ था, लेकिन बंटवारे के समय उनका परिवार भारत आ गया।
1981 में वे पश्चिमी कमान के प्रमुख के रूप में रिटायर हुए. इसके बाद 2013 में उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी। 13 अप्रैल 1984 को भारतीय सेना ने सियाचिन में ऑपरेशन मेघदूत लॉन्च किया। खास बात ये थी कि बर्फ में पहने जाने वाले कपड़े और साजो सामान सेना के पास 12 अप्रैल की रात को ही पहुंचे थे। दुनिया के सबसे ऊंचे मैदान-ए-जंग में सीधे टकराव की यह एक तरह से पहली घटना थी। इसे ऑपरेशन मेघदूत नाम दिया गया और इसने भारत की सामरिक रणनीतिक जीत की नींव रखी।