कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जेएनयू) में छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमले की घटना की कड़ी निंदा करते हुए सोमवार को भारतीय जनता पार्टी पर देश में नफरत और हिंसा का वातावरण पैदा करने का आरोप लगाया। बनर्जी ने यहां मीडिया से कहा, यह सरकार शैक्षिक संस्थानों को निशाना बना रही है। आज मैं पूरी तरह से राजनीति में हूं और मेरा सारा समय राजनीति में ही बीत जाता है लेकिन मैंने भी अपना राजनीतिक करियर एक छात्र नेता के तौर पर शुरू किया था और मैं छात्र राजनीति को अच्छी तरह समझती हूं। मैं देख रही हूं कि वे छात्रों और शिक्षकों को किस तरह टॉर्चर कर रहे हैं। यह काफी शर्मनाक है और जो भी उनके खिलाफ बोलता है वे उसे देश का दुश्मन करार देते हैं।
पाकिस्तान एक लोकतांत्रिक देश नहीं है लेकिन मैं गर्व के साथ कह सकती हूं कि भारत ऐसा देश है लेकिन देखिए जेएनयू, जामिया मिलिया, आईआईटी और विश्वभारती में क्या हो रहा है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को अब लोगों की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है जबकि इसका काम देश के औद्योगिक प्रतिष्ठानों और देश की संपति की सुरक्षा करना है। लेकिन अब राज्य के भाजपा नेता अपनी सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ का कवर ले रहे हैं और ऐसे ही नेता देश के हित में कोई काम नहीं करते हैं।’’ सुश्री बनर्जी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के हाथों में दिल्ली पुलिस नहीं है और इसी वजह से केन्द्र अपनी मनमर्जी कर रहा है और यह पूरी तरह गलत है और फासीवादी सर्जिकल स्ट्राइक है।
लखनऊ, मुरादाबाद और आप देख सकते हैं कि क्या हालत है और अब देखिए कि शाहीन बाग में क्या हो रहा है। राजनीति में सरकारें आती-जाती रहती हैं लेकिन अगर कोई सरकार पूर्ण बहुमत में भी है तो इसका मतलब यह नहीं कि वह अपनी मनमर्जी करती रहे। हम सभी को संविधान के दायरे में काम करना है। उन्होंने छात्र समुदाय से अपील करते हुए कहा,‘‘आप सब मिलकर इस सरकार की नीतियों के खिलाफ संघर्ष करिए। हमने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के बारे में जो कहा, वही हमारी सबसे बड़ी चिंता है। इसलिए हमें मिलकर लड़ना होगा और हम सब छात्र समुदाय के साथ हैं।’’