नई दिल्ली। महराष्ट्र में इस वक्त शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार है, लेकिन अब यह गठबंधन टूट सकता है। क्योंकि शिवसेना द्वारा नागरिकता संशोधन बिल पर कांग्रेस का साथ नहीं देकर राज्यसभा से वॉकआउट किया गया है। इसको लेकर कांग्रेस हाईकमान नाराज चल रही है। माना जा रहा है कि इसी वजह से कांग्रेस शिवसेना से अपना समर्थन वापस लेकर महाराष्ट्र सरकार गिरा सकती है। लेकिन इससे पहले ही भाजपा के बड़े नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बड़ा ऐलान कर दिया है।
बुधवार देर रात राज्यसभा से नागरिकता संशोधन बिल पास हो गया। बिल के पास होते ही प्रधानमंत्री पीएम मोदी सहित कई नेताओं ने इसे ऐतिहासिक पल करार दिया। इसी कड़ी में सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा - ये अच्छी बात है कि शिवसेना ने अपने हिंदुत्व विचारधारा को पीछे नहीं छोड़ा है। नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ शिवसेना ने वोट नहीं किया। ये समय है कि बीजेपी और शिवसेना फिर से बातचीत शुरू करे। वो चाहे तो सीएम का पोस्ट ढाई साल तक के लिए रख सकते हैं।
बता दें कि शिवसेना ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ वोटिंग की थी, लेकिन बुधवार को राज्यसभा में शिवसेना के सांसद वोटिंग से ठीक पहले वॉकआउट कर गए। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में शिवसेना पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता के लिए लोग कैसे कैसे रंग बदलते हैं। उन्होंने कहा, 'मान्यवर लोकसभा में शिवसेना ने इस बिल का समर्थन किया था, मैं सिर्फ इतना ही जानता चाहता हूं, महाराष्ट्र की जनता भी जानना चाहती है कि एक रात में ऐसा क्या हुआ कि आज शिवसेना ने अपना स्टैंड बदल लिया।