नई दिल्ली। राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा करते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि आज देश के कई हिस्से में बिल का विरोध हो रहा है। वह भी देश के नागरिक हैं। हमें किसी से देशभक्ति का प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं है, हम कितने कठोर हिंदू हैं, उसका प्रमाण पत्र भी हमें नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिस स्कूल में आप (भाजपा सांसद) पढ़ते हैं, वहां के हम हेडमास्टर। बाला साहेब हमारे हेडमास्टर थे। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी भी थे। श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी थे। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि लोकतंत्र में अलग आवाजें होती हैं। कहा जा रहा है कि जो इस बिल के साथ नहीं है, वे देशद्रोही हैं, जो साथ हैं, वही देशभक्त हैं। उन्होंने कहा यह पाकिस्तान की असेंबली नहीं है, अगर पाकिस्तान की भाषा पसंद नहीं है, तो पाकिस्तान को खत्म कर दो, हम आपके साथ हैं। संजय राउत ने कहा कि अगर वहां हमारे भाइयों पर जुल्म हो रहा है, तो आप मजबूत हैं उनका साथ दीजिए। हमें किसी से देशभक्ति का प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं है।
शिवसेना सांसद ने कहा कि इस देश से घुसपैठियों को बाहर निकलाना चाहिए, पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का हनन हुआ है। जिन लाखों-करोड़ों को यहां पर ला रहे हैं, तो क्या उन्हें वोटिंग का हक मिलेगा। अगर इन्हें 20-25 साल वोटिंग का हक नहीं मिलता है तो बैलेंस रहेगा। संजय राउत से पहले नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करते हुए कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि सरकार जो बिल ला रही है, ये पूरी तरह से गैर-संवैधानिक है। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि वही पास करें जो सही हो, अगर गैर-संवैधानिक बिल को हम पास करते हैं तो बाद में सुप्रीम कोर्ट इस बिल का भविष्य तय करेगी।