अब बौद्ध भी मोदी सरकार के समर्थन में उतर चुके हैं। भारतीय बौद्व संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते संघप्रिय राहुल ने कहा है कि नागरिक संशोधन विधेयक पर कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के नेता विरोध कर रहे है और देश की जनता को गुमराह कर रहे है। उन्होंने कहा है कि नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर कुछ राजनीतिक दलों के नेता पाकिस्तान जैसी भाषा बोल रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के नेता ऐसा कर रहे हैं और देश की जनता देख रही हैं। राहुल ने कहा है कि इस विधेयक के आने से देश धार्मिक आधार पर बंटने वाला नहीं है, यह तो कांग्रेस पार्टी के नेताओं का प्रचार हैं।
उन्होंने कहा पिछले 6 महीने में सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा संबंधी प्रावधानों को समाप्त करने अव्यवस्था की मजबूती किसानों सहित विविध क्षेत्रों में ऐतिहासिक कार्य किए हैं, मगर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने उस समय भी विरोध किया था क्योंकि कांग्रेसियों का मात्र विरोध करने का काम रह गया हैं। इस नागरिकता संशोधन विधेयक की मंजूरी से पाकिस्तान, बांग्लादेश से धार्मिक प्रताडऩा के कारण भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता मिलेगी और भारत में वे सब अधिकर होगे जो आज भारतीयों के पास हैं।