नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव ने नयी पेंशन योजना के तहत कर्मचारियों को उनके वेतन से की गयी कटौती के बारे में जानकारी देने के लिए पास बुक जारी करने की मांग करते हुये मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि इस योजना के लिए जमा राशि 169 कंपनियों में निवेश की गयी जिनकी अब दिवालिया होने की आशंका जतायी जा रही है। यादव ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुये कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था में कर्मचारियों का योगदान नहीं होता था लेकिन नयी पेंशन प्रणाली में कर्मचारियों को योगदान करना पड़ रहा है। जब नयी व्यवस्था शुरू की गयी तो भारतीय स्टेट बैंक, भारतीय जीवन बीमा निगम और यूटीआई को इस राशि की देखरेख करने और विभिन्न निवेश योजनाओं में लगाने की जिम्मेदारी दी गयी।
उन्होंने कहा कि अब तक कर्मचारियों के योगदान की राशि को 169 कंपनियों में निवेश किये जाने की खबरें आ रही है जो अब दिवालिया होने की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि नयी पेंशन व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश में शिक्षकों ने जबरदस्त आंदोलन किया था लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। यादव ने कहा कि वह अभी भी पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल किये जाने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही नयी पेंशन व्यवस्था में कर्मचारियों को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की तरह पासबुक जारी किया जाना चाहिए ताकि उन्हें यह पता हो सके कि पेंशन फंड में उनकी कितनी राशि है और उसका निवेश कहां किया गया है।