नई दिल्ली। सरकार ने कहा है कि पिछले पांच साल के दौरान भारत दुनिया की तेजी से बढती अर्थव्यवस्था वाला देश बनकर उभरा है और विश्वव्यापी मंदी का हमारी अर्थव्यवस्था पर बहुत असर नहीं हो इसके लिए कई कदम उठाए गये हैं। लोकसभा में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि वैश्विक स्तर पर जबरदस्त आर्थिक मंदी के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है और भारत तेजी से बढने वाली अर्थव्यवस्था है। सरकार ने पांच साल में देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैँ और उसी का परिणाम है कि विदेशी निवेश बढा है और कारोबार आसान करने वाले देशों की सूची में भारत की स्थिति बदली है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बैंकों का विलय करने का जो कदम उठाया है उसके कारण देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और बैंक कारोबार बढाने के लिए लोगों को ज्यादा कर्ज दे सकेंगे। विलय से उनकी क्षमता में वृद्धि होगी और इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने विदेशी निवेश लाने के लिए जो कदम उठाए हैं उसका असर देखने को मिलने लगा है और देश में विदेशी निवेश रिकार्ड स्तर पर पहुंचा है। इसके अलावा सरकार ने निवेश बढाने के मकसद से उद्योगों के लिए कर की दर 30 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत की है जिसे 1991 के बाद सबसे बडा आर्थिक सुधार वाला कदम बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कारोबार आसान बनाने के लिए सरकार ने जो कदम उठाए हैं उसका बेहतर परिणाम देखने को मिल रहा है और भारत की रैंकिंग में भी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि कारोबार आसान करने वाले देशों की श्रेणी में भारत 142वें स्थान से 63वें स्थान पर पहुंचा है।